अफसरों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए बायरोलॉजिकल लैब स्थापित करें। मंत्री ने अफसरों को 10 हजार कोरोना जांच प्रतिदिन करने के लक्ष्य पर काम करने को कहा है। स्पष्ट है अभी 3 हजार सैंपल की जांच में 100 मरीज रोजाना मिल रहे हैं, तो १० हजार सैंपल की जांच में संख्या काफी बढ़ेगी।
बैठक में सैंपलिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और सर्विलेंस बढ़ाने पर जोर दिया गया। जिलों में कोविड-19 हॉस्पिटल की तैयारियों का जायजा वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए लिया गया। बस्तर में बढ़ते संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने बस्तर कलेक्टर रजत बंसल, जगदलपुर मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. यूएस पैकरा से बात कर तैयारियों का जायजा लिया। मंत्री ने कहा कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रेंडम जांच की करें। कोर कमेटी की बैठक में बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर मौजूद रहे। सिंहदेव ने बैठक में मौजूद बिलासपुर के कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से वहां के हालात के बारे में चर्चा की।
डॉक्टरों को मुहैया करवाएं सुरक्षात्मक उपकरण-
स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए। कहा कि उनकी सुरक्षा में कहीं कोई कमी न रहे। जांच किट, पीपीई किट, वीटीएम, वेंटिलेटर्स, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क और सर्जिकल मास्क की उपलब्धता व आपूर्ति को लेकर अफसरों से जानकारी ली।