अब मुक्तिधाम में भी जगह की होने लगी है कमी
रायपुरPublished: Apr 19, 2021 07:08:13 pm
30 दिनों में 34 कोरोना संक्रमित मरीजों की हुई है मौत, मुक्तिधाम के अन्य खाली इलाके में करना पड़ रहा है अंतिम संस्कार
अब मुक्तिधाम में भी जगह की होने लगी है कमी
बलौदाबाजार. जिले में कोरोना की दूसरी लहर के बीच बलौदा बाजार के मुक्तिधाम में लगभग प्रतिदिन किसी ना किसी कोरोना संक्रमित मरीज का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुक्तिधाम में भी अब अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पडऩे लगी है, जिसकी वजह से सामान्य मौत होने पर अब मृतकों का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम के अन्य खाली पड़े स्थानों पर किया जा रहा है।
विदित हो कि जिले में कोरोना की दूसरी लहर बेहद तेजी से अपने पैर पसार चुकी है। जिले में बीते 30 दिनों के दौरान 34 मरीजों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत भी हुई है। जिला मुख्यालय में ही कोविड हॉस्पिटल होने की वजह से नगर के साथ ही साथ जिले के अन्य इलाकों के मरीजों की मौत के बाद अधिकांश मृतकों का अंतिम संस्कार नगर के रायपुर रोड स्थित मुक्तिधाम में ही किया जा रहा है। मुक्तिधाम में बीते कुछ दिनों से इतने अधिक लोगों का अंतिम संस्कार हो रहा है कि अब मुक्तिधाम भी हाउसफुल चल रहा है। हिन्दू धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार के बाद मृतक के परिजनों द्वारा तीसरे दिन अस्थि एकत्र करने तक मृतक का अंतिम संस्कार किए गए स्थान पर किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं होती है।
मुक्तिधाम में एक साथ तीन लोगों का अंतिम संस्कार किए जाने की व्यवस्था है, परंतु एक साथ तीन लोगों का अंतिम संस्कार हो ऐसा बीते 20-25 सालों के दौरान एकाद बार ही हुआ है। परंतु मुक्तिधाम में लगातार आने वाले कोरोना संक्रमित शवों की संख्या अब इतनी अधिक हो रही है कि मुक्तिधाम में एक साथ तीन-चार मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाने लगा है। इसी बीच ऐसी भी स्थिति हो गई है कि कोरोना संक्रमण के अलावा सामान्य मौत होने पर मुक्तिधाम के आसपास के खाली स्थान पर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।
मुक्तिधाम संचालक बबलू साहू ने बताया कि बीते 15-20 दिनों से लगभग प्रतिदिन एक ना एक कोरोना मरीज का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया जा रहा है। अंतिम संस्कार के पूर्व स्थान की सफाई, पीपीई कीट के साथ कर्मचारी की व्यवस्था करना पड़ता है। कई बार सामान्य रूप से किसी की मौत होने पर स्थान की कमी की वजह से मुक्तिधाम के खाली स्थान पर भी अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।