ऑनलाइन टिकट बुकिंग में भले ही गाडि़यों में 50 से अधिक सीटें खाली हो, लेकिन यदि कोई महिला यात्री अकेले सफर के लिए टिकट बुक कराती है तो उसे लोबर बर्थ देने के बजाय अपर बर्थ अलॉट कर दिया जाता है। इससे महिला यात्रियों को उस बर्थ तक पहुंचने और नीचे उतरने में दिक्कतों का सामना पड़ता है।
महिला यात्री सुविधा के मद्देनजर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल ने गाडि़यों के महिला यात्री कोच का रंग बदलने की शुरुआत बुधवार से शुरू कर दी है। ताकि सफर के दौरान महिला कोच में दूसरे यात्री चढऩे से परहेज करें। रेल अफसरों का मानना है कि कई बार एेसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है जब महिला कोच में पुरुष यात्री कब्जा जमा लेते हैं। एेसे में महिलाओं को बैठने की सीट नहीं मिल पाती है।
अमरकंटक ट्रेन का एक डिब्बा पिंक कलर : रायपुर रेल मंडल के सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद पंवार ने बताया कि महिला यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता के तौर पर लिया गया है। लगातार इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैँ। महिलाओं के लिए आरक्षित कोच के पुराने रंग को बदलने की शुरुआत अमरकंटक एक्सप्रेस से की गई है। इसी तरह अन्य गाडि़यों के महिला कोच का कलर पिंक किया जाएगा।