पूर्व में भी केंद्र के ही फॉर्मूले 26 जून तक 2926 मरीज मिलने का पूर्वानुमान था, 1 जून को यह आंकड़ा पार हो गया था। स्पष्ट है कि गणना ठीक है, दो-चार दिनों का ही अंतर है। विभागीय सूत्रों की मानें तो भी रोजाना औसतन ढ़ाई से तीन हजार सैंपल ही जांचे जा रहे हैं। 1 जुलाई से रोजाना 63.8 की औसत से मरीज मिल रहे हैं। अगर, टेस्टिंग दोगुनी कर दी जाए तो औसत दोगुनी हो सकती है।
अफसरों का मानना है कि असम जैसा छोटा राज्य रोजाना 10 हजार सैंपल की जांच कर रहा है तो छत्तीसगढ़ क्यों नहीं कर सकता? स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी टेस्टिंग बढ़ाने को लेकर बीते दिनों अफसरों की बैठक लेकर निर्देश दिए हैं। इस दर में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जैसे की सोमवार को ही 97 नए मरीज मिले। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, कोरबा, कबीरधाम, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, जशपुर और रायगढ़ में खास फोकस रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार की तैयारियां-
– ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग, सैंपलिंग और टेस्टिंग के निर्देश।
– प्रदेश के सभी जिलों में ट्रू-नेट मशीन से कोरोना की जांच हुई शरू।
– स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की जिलेवार कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा, सीधे कलेक्टर से ली जा रही है रिपोर्ट।
ये भी जानें-
मौसम का कोरोना वायरस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। गर्मी में भी मरीज मिल रहे थे, बरसात में भी मिल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड के कम तापमान में भी मिल सकते हैं। तब तक या उसके पहले भी वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है।
अब संक्रमण का खतरा इनसे-
प्लेन, ट्रेन और अब बस सेवा भी शुरू हो चुकी है। प्लेन के जरिए विदेश या फिर देश के अन्य राज्यों से लोग पहुंचेंगे। ट्रेन के जरिए अंतरराज्यीय और बस के जरिए अंतर जिला स्तरीय लोग आवागमन करेंगे। लॉक-डाउन तक ये सभी सेवाएं बंद थीं। मगर, बीते १५ दिनों में विदेश खासकर रूस, किर्गिस्तान, यूक्रेन और जर्मनी से लौटने वाले संक्रमित पाए गए। और इनके चलते क्वारंटाइन सेंटर (होटल) के स्टाफ भी संक्रमित हुए। अब इस खतरे से सावधानीपूर्वक निपटने की जरुरत है। तो साथ ही साथ वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड (सामुदायिक फैलाव) को रोकना भी चुनौती होगी।
कोरोना जांच की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, इसलिए मरीज तो मिलेंगे ही। मगर, हम सबके लिए अच्छा है कि हमारे यहां के मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं। दो माह और ज्यादा सर्तक रहना की आवश्यकता है।
-निहारिका बारिक, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग