सहकारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने एक प्रश्न के लिखित में दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019-20 में सहकारी बैंक से कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या 12 लाख 81 हजार 616 थी। वहीं वर्ष 2020-21 में कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या 14 लाख 30 हजार 188 हो गई है। यानी एक वर्ष के अंतराल में ही कर्ज लेने वालों की संख्या 1 लाख 48 हजार 572 की वृद्धि दर्ज की गई है। यही स्थिति कर्ज की राशि को लेकर भी है। वर्ष 2019-20 में किसानों ने 433981 लाख रुपए का कर्ज लिया, लेकिन 19767 लाख रुपए का नहीं जमा किए। इसी प्रकार 2019-20 में किसानों ने 35942 लाख रुपए कर्ज का नहीं पटाया।
इस साल अब तक 3840 करोड़ का ऋण दिया
राज्य सरकार ने इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रुपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। अब तक 3840 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 72 प्रतिशत है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है। अब तक किसानों ने 2 लाख 52 हजार 300 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 25.23 करोड़ है।
राज्य सरकार ने इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रुपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। अब तक 3840 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 72 प्रतिशत है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है। अब तक किसानों ने 2 लाख 52 हजार 300 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 25.23 करोड़ है।
ऋण माफी का मिला लाभ
राज्य सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में कृषि ऋण माफी का वादा किया था। इसके आधार पर कांग्रेस सरकार के गठन के बाद ऋण माफी की घोषणा की थी। अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना अंतर्गत राज्य सरकार ने 21 बैंक के करीब 8743.61 करोड़ रुपए का ऋण माफ किया था। इनमें सबसे ज्यादा 5261.43 करोड़ रुपए की राशि सहकारी बैंकों की थी।
राज्य सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में कृषि ऋण माफी का वादा किया था। इसके आधार पर कांग्रेस सरकार के गठन के बाद ऋण माफी की घोषणा की थी। अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना अंतर्गत राज्य सरकार ने 21 बैंक के करीब 8743.61 करोड़ रुपए का ऋण माफ किया था। इनमें सबसे ज्यादा 5261.43 करोड़ रुपए की राशि सहकारी बैंकों की थी।
सहकारी बैंकों से सबसे ज्यादा ऋण लेने वाले टॉप-५ जिले जिला- 2019-20- 2020-21 राजनांदगांव- 53476.49- 64418.67
बेमेतरा- 40992.80-49132.80
बालोद- 35803.59- 42388.37
बलौदाबाजार- 31853.55-36972.13
कबीरधाम- 31107.43-37169.23 – किसानों के अल्पकालीन ऋण की राशि का समायोजन उनके खातों से हो जाता है। मध्य और दीर्घकालीन ऋण की वसूली के लिए बैंक के अधिकारी अपनी कार्रवाई करते रहते हैं। ऋण की वसूली में अभी कोई दिक्कत नहीं आ रही है।
– पंकज शर्मा, अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक रायपुर
बेमेतरा- 40992.80-49132.80
बालोद- 35803.59- 42388.37
बलौदाबाजार- 31853.55-36972.13
कबीरधाम- 31107.43-37169.23 – किसानों के अल्पकालीन ऋण की राशि का समायोजन उनके खातों से हो जाता है। मध्य और दीर्घकालीन ऋण की वसूली के लिए बैंक के अधिकारी अपनी कार्रवाई करते रहते हैं। ऋण की वसूली में अभी कोई दिक्कत नहीं आ रही है।
– पंकज शर्मा, अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक रायपुर