इधर, जमानत अर्जी पेश किए जाने की भनक लगते ही पुलिस भी इसके विरोध की तैयारी में जुट गई है। मामले में पुलिस ने पांच संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उनके मिली जानकारी के आधार पर राजनांदगांव,
दुर्ग और पाटन के 8 स्थानों में दबिश दी गई थी। हालांकि पुलिस ने किसी को हिरासत में लेने से इंकार किया है।
पुनिया बोले- जांच होने तक मंत्री पद छोड़ें वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने गुरुवार को मंत्री राजेश मूणत पर बनाई गई कथित सीडी मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस मामले में जबतक सीबीआई जांच चल रही है, तब तक मंत्री को अपना पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक सीडी गलत साबित नहीं होती, तब तक मंत्री अपने पद पर कैसे रह सकता है। पुनिया ने आरोप लगाया कि सीबीआई तोते की तरह काम कर रही है, इसलिए इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में होनी चाहिए।
पुनिया ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस कभी भी इस प्रकार के गतिविधियों को प्रोत्साहित नहीं करती। किंतु सीडी सार्वजनिक होने के बाद प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस ने इसे जनता के सामने रखा। पुनिया ने कहा, यहां जो भी हो रहा है बहुत जल्दबाजी में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कौन सी लैब से जांच कर सीडी के नकली होने का प्रमाण पत्र दे दिया। इस पूरे मामले में सरकार सत्ता का दुरुपयोग करके कांग्रेस पार्टी को बदनाम कर रही है। गुरुवार को राजधानी में पुनिया ने कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं के साथ पत्रकारवार्ता लेकर इस बात का संदेश दिया कि सीडी कांड में पार्टी
भूपेश बघेल के साथ खड़ी है और यह लड़ाई जांच रिपोर्ट नहीं आने तक जारी रहेगी।