चरोदा निवासी पीडि़त डी राजेश्वरी का कहना है कि भिलाई चरोदा नगर निगम के नए आयुक्त से मेरी मृत्यु प्रमाण पत्र निरस्त कराने के लिए मिलने गई थी। उन्होंने मुझे जल्द ही मृत्यु प्रमाणपत्र को निरस्त कराने का आश्वासन दिया है, लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र निरस्त करने के लिए समय लग रहा है। सालभर से मैं इसे निरस्त कराने के लिए लगातार कार्यालयों के चक्कर काट रही हूं। सीएम को लेटर दिया तो वहां से दुर्ग फाइल भेजने की बात बोले। दुर्ग कलक्टर से मिली तो वे भिलाई चरोदा निगम में से होने की बात कहते हैं। अब निगम भी प्रमाणपत्र निरस्त करने के लिए रायपुर मंत्रालय भेज दिए जाने की बात कह रहा है, लेकिन कब होगा, इसका समय अब तक नहीं बताया।
महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र 7 साल पहले भिलाई चरोदा नगर पालिका के समय बनाया गया था। सालभर पहले से डी राजेश्वरी की शिकायत के बाद मामले में अब तक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर किसने जारी किया इसका भी पता नहीं लगाया जा सका है। फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनने के बाद महिला को किसी भी तरह से शासन की योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल रहा है।
चरोदा निवासी डी राजेश्वरी महिला का साल वर्ष पूर्ण फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बन जाने का मामला है। अधिकारियों को मैंने कह दिया है, जांच चल रही है। प्रमाणपत्र तो निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही जिन अधिकारियों ने इसे बनाया है उनपर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उमेश अग्रवाल, दुर्ग कलक्टर