लोगों ने बताया कि जब वे आवेदन के लिए कार्यालय पहुंचे तो पता चला की कंपनी ही गायब है। इस बीच कार्यालय के अधिकारियों और युवाओं के मध्य वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थिति को देखते हुए रोजगार कार्यालय के कर्मचारियो ने बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे बेरोजारों से बायोडाटा छोडऩे को कहा। ताकी कंपनी को भेज कर साक्षात्कार के लिए बुलाया जा सके।
पीने के लिए पानी नहीं अपना पंजीयन कराने आए युवाओं ने बताया कि धूप में खड़े रहना पड़ा और पीने के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। प्यास लगने पर पुराने पुलिस कार्यालय जाना पड़ा।
बगैर सूचना के गायब जिस कंपनी में ४५ पदों पर नियुक्ति की जानी थी वहीं कंपनी बिना सूचना के प्लेसमेंट कैंप से गायब थी। जब युवाओं ने रोजगार कार्यालय के अधिकारियों से जानकारी मांगी तो उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।
इन्होंने ये कहा-
– मैं सुबह ११.३० बजे से खड़ा हूं जिस कंपनी ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसका इंतजार करते-करते २ बज गए। निराश होकर लौटना पड़ा।
पारसमणी, प्लेसमैंट कैंप में आया युवक – यहंा पर मैं दूसरी बार आवेदन करने आया हूं ,पर उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण मुझे मायूस हो कर जाना पड़ रहा है।
हेमंत देवागंन, प्लेसमेंट कैंप में आया युवक
– मैं सुबह ११.३० बजे से खड़ा हूं जिस कंपनी ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसका इंतजार करते-करते २ बज गए। निराश होकर लौटना पड़ा।
पारसमणी, प्लेसमैंट कैंप में आया युवक – यहंा पर मैं दूसरी बार आवेदन करने आया हूं ,पर उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण मुझे मायूस हो कर जाना पड़ रहा है।
हेमंत देवागंन, प्लेसमेंट कैंप में आया युवक