राज्यपाल उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की बेहतरी के लिए शासन-प्रशासन के साथ समन्वय से कार्य करने को प्राथमिकता देती हूं, जिससे छत्तीसगढ़ विकास के पथ पर हमेशा अग्रणी रहे। उइके ने कहा कि राज्य में नक्सलवाद का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से वार्तालाप से हो, यह उनकी कोशिश रहेगी। साथ ही आदिवासियों को उनका हक दिलाने के लिए के लिए भी प्रयास करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि न्याय से वंचित लोगों को न्याय दिलाना मेरा मकसद है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 का दौर, देश-प्रदेश सहित पूरी दुनिया के लिए भयावह रहा, लेकिन सभी ने हिम्मत के साथ और आपसी समन्वय से इसका मुकाबला किया और आगे भी इसी तरह मिलजुलकर कोरोना से लडऩे के उपाय करेंगे।
राज्यपाल की संवेदनशीलता के चर्चे आदिवासी क्षेत्रों में भी
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो ने कहा कि राज्यपाल की संवेदनशीलता के चर्चे सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में भी होते हैं। सभी को यह महसूस होने लगा है कि आम आदमी की पहुंच राजभवन तक हो गई है और वे इसी विश्वास के साथ राजभवन के दरवाजे आते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि छत्तीसगढ़ को ऐसी संवेदनशील राज्यपाल मिली हैं। उनके मार्गदर्शन में काम करना पूरे राजभवन स्टाफ के लिए फख्र का विषय है।