अपनी मेहनत के बल पर तू अमन की कहानी बन, न हिन्दू न मुसलमान, तू सच्चा हिन्दुस्तानी बन
रायपुरPublished: Dec 16, 2019 07:44:52 pm
कार्यक्रम का सार यह रहा कि विविधता में एकता ही भारत की ताकत है और हमारी गंगा जमुनी तहजीब की रक्षा हम सबका दायित्व है। मुख्य अतिथि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रबंधक सरदार प्रीतपाल सिंह चंडोक थे। अध्यक्षता सेवानिवृत्त जज एवं शायर सैयद इनाम उल्लाह शाह सहर ने की। जी एस भाटिया विशेष रूप से उपस्थित थे।
अपनी मेहनत के बल पर तू अमन की कहानी बन, न हिन्दू न मुसलमान, तू सच्चा हिन्दुस्तानी बन
रायपुर. वक्ता मंच ने रविवार शाम आनंद समाज वाचनालय के सभागृह में आयोजित साहित्यिक संध्या के दौरान राजधानी के 10 उर्दू भाषी कवियों का सम्मान किया। इस दौरान कौमी एकता विषय पर संपन्न काव्य गोष्ठी में प्रदेशभर से आए कवियों ने रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम का सार यह रहा कि विविधता में एकता ही भारत की ताकत है और हमारी गंगा जमुनी तहजीब की रक्षा हम सबका दायित्व है। मुख्य अतिथि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रबंधक सरदार प्रीतपाल सिंह चंडोक थे। अध्यक्षता सेवानिवृत्त जज एवं शायर सैयद इनाम उल्लाह शाह सहर ने की।
जी एस भाटिया विशेष रूप से उपस्थित थे। तीनों अतिथियों ने कहा कि देश में लंबे समय से अनेक धर्मो, भाषा, संस्कृतियों एवं पद्धतियों का मिला जुला एकताकारी समन्वित रूप चला आ रहा है और इसके माध्यम से निर्मित एकता व सहिष्णुता ही वह विशेषता है जो भारत को भारत बनाती है।
उर्दू कवियों सुदेश कुमार मेहर, मोहम्मद हुसैन, सफ़दर अली सफ़दर, सुखऩवर हुसैन, फजले अब्बास सैफी, सैयद नासिर अली, जावेद नदीम, अता रायपुरी, काविश हैदरी एवं सैयद इनाम उल्लाह शाह सहर को उनके श्रेष्ठ उर्दू लेखन हेतु सम्मानित किया गया। योगेश शर्मा योगी ने पढ़ा- मंदिरो में भजन हो, मस्जिदों में अजान हो, लेकिन इनके पहले राष्ट्रगान हो। कवि गजानंद साहू- अपनी मेहनत के बल पर तू अमन की कहानी बन, न हिन्दू न मुसलमान,तू सच्चा हिन्दुस्तानी बन। यशवंत यदु यश- न हिन्दू बनो न मुसलमान बनो बनना है तो बस एक अच्छा इंसान बनो। सुनील पांडे- हिन्दू मुसलमान भारत की संतान कहलाएं, एक-दूजे का हाथ पकड़ हर इम्तिहान से गुजर जाएं।