सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह बुजुर्ग उसी 17 लोगों के जत्थे का हिस्सा है, जो 14 मार्च को महाराष्ट्र से बिलासपुर होते हुए कटघोरा पहुंचा था। इसी जत्थे में शामिल 16 वर्ष के किशोर को 4 अप्रैल को वायरस की पुष्टि होने के बाद एम्स में दाखिल करवाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने नए केस की पुष्टि की है। पत्रिका सूत्रों के मुताबिक यह बुजुर्ग तबलीगी जमाती है, जो मरकज में शामिल हुआ था या नहीं अभी इस पर प्रशासनिक अफसरों ने चुप्पी साधी हुई है। मगर इस पर पड़ताल जारी है। इतना तय है कि इन 17 लोगों ने पूरे शासन-प्रशासन की नींद उड़ा कर रख दी है।
159 लोगों की सूची हिस्सा नहीं
यह स्पष्ट करना जरूरी है ये 17 लोग उस 159 लोगों की सूची का हिस्सा नहीं है, जो दिल्ली पुलिस ने छत्तीसगढ़ सरकार को दी थी, क्योंकि उन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। ये वे लोग हैं जो कटघोरा मस्जिद में थे। क्वारंटाइन के बाबजूद साथ में रह रहे थे, एक साथ खाना खा रहे थे व लोगों के घर भी गए थे।