थोक कारोबारियों का कहना है कि पुराने प्याज का स्टॉक खत्म हो चुका है, जिसकी वजह से नए प्याज के भरोसे रहना पड़ रहा है। नए प्याज की कीमत रिटेल में कई स्थानों पर 60 से 80 रूपए में बिक रही है। इस मामले में भनपुरी थोक आलू-प्याज के कारोबारियों का कहना है कि वर्तमान में 25 टन की एक गाड़ी मंगाने पर एक ट्रक प्याज की कीमत 12 से 14 लाख रूपए में मिल रही है, जो कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात आदि राज्यों से आ रही है।
खपत घटकर 20 फीसदी पर पहुंची
राजधानी में प्याज की खपत 20 से 25 फीसदी पर सिमट चुकी है। आम दिनों में रोजाना खपत लगभग 50 से 60 टन हैं, लेकिन वर्तमान में यह घटकर 10 टन भी नहीं हो रही है। घरों में प्याज का उपयोग काफी कम हो चुका है,वहीं महंगाई के बाद होटलों में इसे किसी तरह एडजस्ट किया जा रहा है।
पुराना खत्म, नया भी खराब
बाजार में पुराने प्याज का स्टॉक खत्म हो चुका है, वहीं नए प्याज में कई क्वालिटी होने की वजह से इसकी कीमत अलग-अलग हैं, जो कि 50 से लेकर 80 रूपए किलो तक हैं। थोक कारोबारियों का कहना है कि बारिश की वजह से नए प्याज की बोरी में 10 से 15 किलो खराब निकल रहा है, जिसकी वजह से भी कारोबारियों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
विदेशी प्याज का इंतजार
थोक कारोबारियों के मुताबिक विदेशी प्याज की आवक संभवत: नवंबर महीने के आखिरी में बड़े शहरों के बंदरगाहों में पहुंचेगी, जिसके बाद नेफेड के जरिए इस प्याज की बिक्री की जाएगी। केंद्र सरकार ने विदेशों से प्याज आयात का निर्णय पहले ले लिया था, जिसके बाद ऑर्डर दे दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि विदेशी प्याज की आवक के बाद बाजार में सुधार आएगा।
थोक बाजार में नए प्याज की कीमत बढ़कर ५० से ७० रूपए किलो पहुंच हो चुकी है। १५ दिन पहले यह कीमत ३५ से ४० रूपए थी। पुराने प्याज का स्टॉक खत्म होने के बाद यह स्थिति निर्मित हुई है। विदेशों से प्याज के आयात के बाद बाजार की स्थिति सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है।
अजय अग्रवाल
अध्यक्ष, थोक आलू-प्याज व्यापारी संघ, भनपुरी
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