बड़े थोक कारोबारियों के मुताबिक नए प्याज की अधिकतम कीमत 40 से 45 रुपए होनी चाहिए, लेकिन बाजार में नए और पुराने प्याज के रिटेल कीमतों में सिर्फ 5 रुपए का फर्क देखा जा रहा है। सरकारी काउंटरों में भी पुराने प्याज की कीमत 55 और नए प्याज की कीमत 50 रुपए है।
बाजार में इस असमानता के बारे में कारोबारियों का कहना है कि नए प्याज की बोरी में 10 से 15 किलो खराब निकल रहा है, जिसकी वजह से प्रति बोरी प्याज में कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस नुकसान की भरपाई कीमत बढ़ाकर की जा रही है। प्याज की कीमत भी पुराने प्याज से सिर्फ पांच रुपए कम है।
थोक आलू प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि नए प्याज की कीमतें 30 से 35 रुपए प्रति किलो हैं। प्याज की बोरी में 10 से 15 किलो खराब निकल रहा है, जिसकी वजह से नए और पुराने प्याज की कीमत में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है।