पुलिस के मुताबिक गुढिय़ारी निवासी गोविंदा कुमार देवांगन कंप्यूटर सेंटर चलाता है। शुक्रवार को उनके पास नितिन गुप्ता का फोन आया। उसने कांकेर रोडवेज में भुवनेश्वर से रायपुर तक का ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए कहा। गोविंदा ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया शुरू कर रहा था, लेकिन नितिन ने दोबारा कॉल किया। उसने कहा कि ऑनलाइन टिकट मत बुक करिए। आपको एक व्यक्ति फोन करेगा, फिर उसके बताए अनुसार टिकट बुक कर देना। इसमें केवल 20 रुपए लगेंगे। इसके बाद टिकट वाट्सऐप कर देना।
गोविंदा कम पैसों में टिकट बुक कराने के लालच में पड़ गया। कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने उसे फोन किया और कहा कि आपको एक एसएमएस भेजा जा रहा है, जिसे एक दूसरे नंबर पर फारवर्ड कर देना। गोविंदा ने ऐसा ही किया। इसके बाद एक और मैसेज आया। उसे भी दूसरे नंबर पर फारवर्ड किया। इसके बाद उसके मोबाइल नंबर में एसएमएस के जरिए इंटरनेट लिंक आया।
इस लिंक पर क्लिक करते ही एक फार्म खुल गया। उसमें गोविंदा ने आवेदक के रूप में नितिन गुप्ता के नाम से पूरा फार्म भरा और 20 रुपए का भुगतान अपने यूपीआई नंबर से किया। इसके बाद फार्म सबमिट कर दिया। कुछ देर में आरोपी ने फोन किया और बताया कि आपका ऑनलाइन टिकट बुक हो रहा है।
गोविंदा थोड़ी देर लाइन पर रहा। दूसरी ओर से आरोपी बार-बार आश्वासन देता रहा कि आपका ऑनलाइन टिकट बुक हो रहा है। इससे गोविंदा को शक हुआ। उसने फोन काट दिया। इसके बाद अपना बैंक एकाउंट चेक किया, तो उनके दो बैंक खातों से 80-80 हजार रुपए निकल गए थे। उसके खाते से कुल 1 लाख 60 हजार रुपए का किसी ने आहरण कर लिया।
आरोपी ने फोन बंद कर दिया खाते से पैसा कटने के बाद गोविंदा ने नितिन को फोन लगाया। नितिन ने बताया कि तुम्हारे दो खाते से 1 लाख 60 हजार रुपए का आहरण हुआ है। इसकी जांच करता हूं। इसके बाद उसने अपना फोन बंद कर दिया।