8 घंटे से पहले पहुंचने पर भी नहीं देते ध्यान
ऑनलाइन ठगी के शिकार अधिकांश लोग 8 घंटे के भीतर पुलिस के पास पहुंच जाते हैं। इसके बावजूद उन्हें राहत नहीं मिलती। आरोपियों का तो दूर उनके पैसे भी वापस नहीं आते हैं। उल्लेखनीय है कि पुलिस अफसरों का कहना है कि ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने के 8 घंटे के भीतर कोई पुलिस या साइबर क्राइम के पास पहुंचता है, तो उनके पैसे वापस मिल जाते हैं। साथ ही आरोपियों के बारे में भी काफी जानकारी मिल जाती है।
साइबर सेल में सभी की शिकायतें सुनी जाती है। कभी व्यस्तता के चलते किसी पीडि़त के काम देरी हो सकती है। थानों से ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतें मिलती है, जिसकी जानकारी निकालकर दे दी जाती है। इसके बाद एफआईआर थाने वालों को करना होता है। कई बार पीडि़त पक्ष ही पैसा वापस मिलने के बाद एफआईआर नहीं कराते हैं।
पंकज चंद्रा, एएसपी- साइबर क्राइम, रायपुर