चलन में नहीं था इसालिए आई दिक्कत
मेडिकल स्टोर्स संचालकों की मानें तो इन चीजों की मांग नहीं थी। हम खुद इसे कोने में रखा करते थे क्योंकि कोई मांगता ही नहीं था। जबसे करोना ने दस्तक दी है अचानक से इसकी मांग बढ़ गई। हालांकि कुछ लोग ज्यादा कमाने के चक्कर में इसकी कालाबाजारी भी कर रहे हैं।
इन्फेरेटेड थर्मामीटर बाजार से गायब
इन दिनों इन्फेरेटेड थर्मामीटर का यूज बढ़ गया है। क्योंकि कोरोना का पहला लक्षण है तेज बुखार। प्रीमियम इंस्टीट्यूट हो या शॉपिंग मॉल। ऑफिस हो या वीआईपी हाउस। हर जगह इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। माथे के सामने रखते ही थर्मामीटर टेंप्रेरचर रिकॉर्ड कर लेता है। मांग बढऩे के कारण इसकी खपत ज्यादा होने लगी।
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