बहरहाल स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि प्रदेश में रोजाना कोरोना जांच की क्षमता 11 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी एम्स रायपुर के साथ ही प्रदेश के सभी छह शासकीय मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर, 16 केंद्रों में ट्रू-नेट मशीनों से और सभी जिलों में रैपिड एंटीजन किट से सैंपलों की जांच की जा रही है। विभाग की तरफ से बताया गया है कि आने वाले 8-10 दिनों में सभी केंद्रों में पूरी क्षमता से जांच शुरू हो जाएगी।
कहां कितनी क्षमता-
– 7 मेडिकल कॉलेजों में स्थापित बीएसएल-2 लैब में रोजाना आरटीपीसीआर जांच की कुल क्षमता 4500 है।
– 16 केंद्रों में स्थापित ट्रू-नेट मशीनों से रोज 2040 सैंपलों की जांच की जा सकती है।
– 28 जिलों में रैपिड एंडीजन किट से भी सभी 28 जिलों में प्रतिदिन 4450 सैंपलों की जांच की जा सकती है।
20750 बेड की क्षमता-
कोविड-19 के लक्षणरहित और हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए प्रदेश भर के 176 कोविड केयर सेंटर्स में 20 हजार 750 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में अभी कुल लगभग 25 हजार बिस्तरों के लक्ष्य के साथ इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रदेश के 30 विशेषीकृत कोविड अस्पतालों में 3384 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है।