script45 प्लस के 58 प्रतिशत ने ही लगाए कोरोना टीके का दूसरा डोज, लापरवाही कहीं महंगी न पड़ जाए | Only 58 percent of 45 plus take the second dose of corona vaccine | Patrika News

45 प्लस के 58 प्रतिशत ने ही लगाए कोरोना टीके का दूसरा डोज, लापरवाही कहीं महंगी न पड़ जाए

locationरायपुरPublished: Sep 03, 2021 04:35:53 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

Corona Vaccine in Chhattisgarh: राजधानी रायपुर जिले में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के प्रति 45 से ज्यादा उम्र के लोगों में उत्साह नजर नहीं आ रहा है। यही वजह है कि अब तक सिर्फ 58 प्रतिशत को ही दूसरा डोज लग पाया है।

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तीसरी लहार की आशंका के बीच छत्तीसगढ़ में एक करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज, 24 लाख को दोनों डोज

रायपुर. Corona Vaccine in Chhattisgarh: राजधानी रायपुर जिले में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के प्रति 45 से ज्यादा उम्र के लोगों में उत्साह नजर नहीं आ रहा है। यही वजह है कि अब तक सिर्फ 58 प्रतिशत को ही दूसरा डोज लग पाया है। जबकि, 91 प्रतिशत ने पहला डोज लगवाया है। हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स का भी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर-नवंबर में तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाने की लापरवाही आने वाले दिनों में काफी महंगी पड़ सकती है। पहले डोज से सिर्फ एंटीबॉडी पनपती है। दूसरे डोज के बाद ही पर्याप्त मात्रा में विकसित होती है, जो कोरोना से बचाव में कारगर सिद्ध होती है। जिले में कोरोना की वैक्सीन 1843605 डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें पहला डोज 1357220 लाभार्थियों ने लगवाए हैं।
वहीं दूसरा डोज सिर्फ 486385 ने ही लगवाया है। 45 से ज्यादा उम्र के 509593 को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें से 464019 को पहला तथा 266836 को दोनों डोज लगे हैं। राजधानी समेत प्रदेभर में सर्वप्रथम हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाना शुरू हुआ था। इसके बाद 60 और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया था। मार्च और अप्रैल-2021 में जिन बुजुर्गों को कोरोना के टीके का पहला डोज दिया जा रहा था, उनको दूसरा डोज 42 दिनों में ले लेने का निर्देश था।

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36 प्रतिशत हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी बचे
अब तक 18 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स और 18 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर्स ने दूसरा डोज नहीं लगवाया है। जिले में 41462 हेल्थ वर्कर्स ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। उनको 28 दिनों में दूसरा डोज लगवा लेना था, लेकिन अब तक सिर्फ 34013 ने ही दूसरा डोज लगवाया है। इसी तरह से 39827 फ्रंट लाइन वर्कर्स ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया है, इसके बाद दूसरा डोज अब तक महज 31863 ने ही लगवाया है।

रायपुर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आशीष वर्मा ने कहा, शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए विकासखंडों में उचित मूल्य की दुकानों पर टीकाकरण का अभियान शुरू किया गया है, जिसके बाद घर-घर जाकर टीका लगाने की योजना है। टीकाकरण के प्रचार-प्रसार का काम भी किया जा रहा है।

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रायपुर मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. निर्मल वर्मा ने कहा, कुछ लोगों में गलतफहमी हो गई है कि एक डोज लगवाने से उन्हें कोरोना से प्रोटेक्शन मिल गया है। देर से ही सही पर टीके का दूसरा डोज जरूर लगवाना चाहिए। दोनों डोज लगवाने पर ही पर्याप्त में एंटीबॉडी विकसित होगी।

16 जनवरी से 1 सितंबर तक हुआ वैक्सीनेशन
कैटेगरी फर्स्ट डोज सेकंड डोज
हेल्थ वर्कर्स 41462 34013
फ्रंटलाइन वर्कर्स 39827 31863
18 से 44 आयुवर्र्ग 811912 153673
45 से 60 आयुवर्ग 315381 174346
60 से ज्यादा के उम्र 148638 92490

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विकासखंडों में अब तक वैक्सीनेशन
एरिया लक्ष्य फर्स्ट डोज (प्रतिशत) दोनों डोज (प्रतिशत)
अभनपुर 195054 128428(65.84) 35781 (18.34)
आरंग 244333 144033 (58.95) 38017 (15.56)
धरसींवा 132027 113489 (85.96) 30327 (22.97)
तिल्दा 169342 134020 (79.14) 40829 (24.11)
रायपुर 936561 767721 (81.97) 327512 (34.97)
बीरगांव 75239 69529 (92.41) 13919 (18.50)
(77.44 फीसदी को पहला तथा सिर्फ 27.75 को ही दोनों डोज लगे हैं)

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