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सरपंच पद के लिए 50 हजार रुपए व पंच के लिए 10 हजार दंड का प्रावधान कर गांव के कुछ लोगों ने ही बैठक कर चुन लिया पंच-सरपंच

locationरायपुरPublished: Dec 29, 2019 01:49:57 am

Submitted by:

ramdayal sao

बीकेबाहरा में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही असंवैधानिक तरीके से पंच-सरपंच चुनाव कर लिया गया है। इसके विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचायत चुनाव में वोटिंग के माध्यम से सरपंच व पंच चुनाव की मांग की है।

सरपंच पद के लिए 50 हजार रुपए व पंच के लिए 10 हजार दंड का प्रावधान कर गांव के कुछ लोगों ने ही बैठक कर चुन लिया पंच-सरपंच, ग्रामीणों ने विरोध में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सरपंच पद के लिए 50 हजार रुपए व पंच के लिए 10 हजार दंड का प्रावधान कर गांव के कुछ लोगों ने ही बैठक कर चुन लिया पंच-सरपंच, ग्रामीणों ने विरोध में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

raipur/महासमुंद . बीकेबाहरा में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही असंवैधानिक तरीके से पंच-सरपंच चुनाव कर लिया गया है। इसके विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचायत चुनाव में वोटिंग के माध्यम से सरपंच व पंच चुनाव की मांग की है। इस पर कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मौजूदा सरपंच विनोद कुमार जायसवाल ने बताया कि गांव की आबादी 1700 है। गांव में शुक्रवार को एक बैठक बुलाई गई और उस बैठक में ही पंच व सरपंच का चुनाव कर लिया गया। ग्राम बीकेबाहरा सरपंच पद आदिवासी मुक्त सीट आरक्षित है। गांव के लोगों ने जानकी ध्रुव को सरपंच चुनने का निर्णय कर लिया। निर्विरोध सरपंच का चुनाव हमारे द्वारा नहीं किया गया है। इस मामले की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए और लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से पंचायत राज के चुनाव प्रक्रिया के तहत सरपंच, पंच का चुनाव करना चाहते हैं और निष्पक्ष रूप से चुनाव चाहते हैं। एक पक्षीय निर्णय को लेकर ग्राम वासियों को धमकाया भी जा रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरा कोई भी व्यक्ति नामांकन दाखिल नहीं करे, इसलिए सरपंच पद के लिए 50 हजार रुपए दंड और पंच को 10 हजार रुपए दंड देने का प्रावधान किया है। इस मामले में गांव के ही कुछ लोग गांव में एकतरफा दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
राजू साहू ने बताया कि हमारे गांव में बिना किसी को सूचना दिए गांव के दो-चार लोग गांव में कार्य को बंद करा दिया गया। गांव में लगभग 1700 आबादी है और 150 लोगों को बैठक में बुलाकर निर्णय कर लिया गया है। जुर्माना लगाने की वजह से इस मामले में कोई भी ग्रामीण सरंपच व पंच चुनाव लडऩे से डर रहा है। हमारे और भी साथी हैं, जो चुनाव लडऩा चाहते हैं, लेकिन वे भयभीत हैं। इधर, कलक्टर ने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच की जाएगी। इस अवसर पर तुलसा ध्रुव, राजू साहू, बाबू राम, लाल शिवा, सोप सिंह, लक्ष्मण गोंड़, भिलऊ राम, राजेश आदि उपस्थित थे।

महिला ने कहा-नहीं बनना है मुझे पंच
वार्ड-11 से तुलसा ध्रुव ने बताया कि पिछले दिनों हुई बैठक में उन्हें जबर्दस्ती पंच बना दिया गया है। मुझे ऐसी जानकारी मिली है कि पंच बनने के बाद मुझे पेंशन नहीं मिलेगी। इस वजह से मैं अब पंच नहीं बनना चाहती हूं। गांव में चुनाव के माध्यम से निर्णय लिया जाना चाहिए, लेकिन मैं अब पंच का चुनाव भी नहीं लडऩा चाहती हूं।


किसान के धान को किया जब्त, परेशानी
बरोंडाबाजार के एक किसान का धान जब्त कर लिया गया। ग्रामीण सुमित्रा सतनामी ने बताया कि गुरुवार को 20.20 क्विंटल का टोकन समिति द्वारा काटा गया था। इसमें अपने मजदूर मोहित को धान के पास रहना बोलकर नहाने चली गई थी। उसी समय कलक्टर ने निरीक्षण किया। अधिकारियों के पूछने पर मजदूर सही तरीके से जवाब नहीं दे सका। निरीक्षण अधिकारी ने धान जब्त करने का आदेश दे दिया।

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