मुख्यमंत्री-स्वास्थ्य मंत्री के बीच सामंजस्य न होने का भी आरोप
बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और धर्मजीत सिंह ने आरोप लगाया। कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सामंजस्य नहीं होने की वजह से प्रदेश के संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है।
मुख्यमंत्री बोले- केंद्र के निर्देशों पर काम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह परंपरा रही कि कैबिनेट के बाद दो मंत्री बयान देते हैं। अपने विभागों के बारे में बोलने के लिए सभी मंत्री स्वतंत्र हैं। उनका कहना था, कुछ राज्यों में केवल लक्षण वाले मरीजों की जांच हो रही है। हमारे यहां बिना लक्षण वाले मरीजों की भी जांच हो रही है, ताकि किसी को वेंटिलेटर आईसीयू की आवश्यकता होने से पहले ही ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा, राज्य सरकार केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार ही काम कर रही है।
क्वारंटाइन केंद्रों के लिए 96 करोड़
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, कोरोना संक्रमण की अवधि मेें 7 लाख 5 हजार 499 प्रवासी मजदूर प्रदेश में लौटे। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 21 हजार 597 क्वारंटाइन केंद्रों में रखा गया। इनके संचालन के लिए पंचायत विभाग ने 96 करोड़ 78 लाख 25 हजार 365 रुपए की व्यवस्था की है। सिंहदेव ने बताया, राज्य सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए 10 हजार 883 लाख रुपए स्वास्थ्य विभाग के जरिए और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्यांश के रूप में 1 हजार 732 लाख रुपए उपलब्ध कराए हैं।