छत्तीसगढ़ के इन 14 जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट, पीएम केयर फंड से खर्च होगी राशि
Oxygen की कमी की वजह से रोलिंग मिल में 40 फीसदी उद्योग बंद हो चुके हैं, वहीं बाकी उद्योगों में भी 2 से 3 दिनों का ही ऑक्सीजन बचा हुआ है। ऐसे में इस महीने के अंत तक सभी उद्योग बंद हो जाएंगे। मंगलवार को 33 उद्योग संचालकों ने फैक्ट्री बंद करने की सूचना रोलिंग मिल एसोसिएशन को दी है।
मिनी स्टील प्लांट को सबसे ज्यादा जरूरत
उद्योगपतियों के मुताबिक मिनी स्टील प्लांट को ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है। ऑक्सीजन के बिना काम लगभग नामुमकिन है। मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई बंद करने की वजह से फैक्ट्री चलाना संभव नहीं है। इसी संदर्भ में बुधवार को मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन की वर्चुअल मीटिंग आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। हालात काफी खराब हो चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में 1 मई से 18+ लोगों के लिए कोविड वैक्सीनेशन मुश्किल, CM ने PM को लिखी चिट्ठी
70 टन ऑक्सीजन में भी चल जाएगा काम
स्पंज आयरन मैन्युफेक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने बताया कि वर्तमान हालात में उद्योगों के लिए 70 टन ऑक्सीजन में भी काम चल जाएगा। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 380 टन प्रति दिन का प्रोडक्शन हैं, जिसमें मेडिकल आवश्यकता 200 टन से नीचे हैं। पिछले कुछ दिनों से आक्सीजन की सप्लाई और बेहतर हुई है। ऐसी स्थिति में स्थानीय उद्योगों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर कोई ना काई रास्ता निकालना चाहिए।