रायपुर में समितियों से 16 लाख 61 हजार 322 बारदाना अभी लेना बाकी है। जिले की 581 समितियों में से अभी आधी से भी कम समितियों ने अप्रैल से नवंबर तक का बारदाना वापस किया है। अभी तक 7 लाख 9 हजार 861 बारदाना ही मिल पाया है। जबकि, जिले में बारदाना वसूली का टारगेट 23 लाख 71 हजार 189 दिया गया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अभी विभाग के पास 22 दिन का ही बारदाना है। जबकि चार माह तक धान खरीदी और मिलिंग की प्रक्रिया चलती रहेगी। कोरोना संकट के चलते कोलकाता से बारदाना आपूर्ति नहीं होने से धान खरीदी में समस्या होने वाली है। कोरोना के चलते बारदाना बनाने वाली सभी फैक्टरियां बंद हैं। बारदाने निर्मित नहीं हो रहे हैं। बीेते साल भी बारदाना की कमी से कई जिलों में धान खरीदी प्रभावित हुई थी।
बेच चुके है बारदाना, अब खरीदना मजबूरी
पत्रिका को मिली जानकारी के मुताबिक हर साल तीन माह का बारदाना ही राशन दुकानों से लिया जाता था। इसी वजह से राशन दुकान संचालकों ने बारदाना बेच दिया है एेसे में बारदाना वापस लेने में समस्या हो रही है। विभाग के नोटिस के बाद समिति संचालक खुद बाजार से बारदाना खरीद कर प्रशासन को दे रहे हैं।
पत्रिका को मिली जानकारी के मुताबिक हर साल तीन माह का बारदाना ही राशन दुकानों से लिया जाता था। इसी वजह से राशन दुकान संचालकों ने बारदाना बेच दिया है एेसे में बारदाना वापस लेने में समस्या हो रही है। विभाग के नोटिस के बाद समिति संचालक खुद बाजार से बारदाना खरीद कर प्रशासन को दे रहे हैं।
दो लाख बढे किसान, बढ़ेगा धान
बीते वर्ष राज्य में समर्थन मूल्य पर 83.94 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। राज्य के लगभग 19 लाख किसानों ने धान बेचा था। राज्य सरकार द्वारा राज्य के किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए शुरू की गई राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से मिल रही प्रोत्साहन राशि के चलते राज्य में खेती-किसानी को लेकर किसानों में उत्साह बढ़ा है। ऐसी स्थिति में किसानों की संख्या दो लाख से ज्यादा की बढोतरी हुई है।
बीते वर्ष राज्य में समर्थन मूल्य पर 83.94 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। राज्य के लगभग 19 लाख किसानों ने धान बेचा था। राज्य सरकार द्वारा राज्य के किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए शुरू की गई राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से मिल रही प्रोत्साहन राशि के चलते राज्य में खेती-किसानी को लेकर किसानों में उत्साह बढ़ा है। ऐसी स्थिति में किसानों की संख्या दो लाख से ज्यादा की बढोतरी हुई है।
बारदाना राशन दुकानों से वापस लेने के लिए प्रक्रिया चल रही है। कार्य में तेजी आई है। बारदाना वापस नहीं करने वालों को नोटिस दे दिया गया है। जल्द ही कार्रवाई भी की जाएगी।
– अनुराग सिंह भदौरिया, नियंत्रक, खाद्य शाखा रायपुर
– अनुराग सिंह भदौरिया, नियंत्रक, खाद्य शाखा रायपुर