लॉकडाउन की आशंका से किराना व्यवसायियों के पौ बारह
रायपुरPublished: Jan 10, 2022 04:42:58 pm
नगर में पान मसाला व गुड़ाखू की कालाबाजारी जोरों पर, आपदा में अवसर तलाश रहे कुछ व्यापारी, प्रशासन मौन, तेल 1800 का 2200, गुड़ाखू 190 का 400 रुपए, पान मसाला 120 का 300
लॉकडाउन की आशंका से किराना व्यवसायियों के पौ बारह
बलौदाबाजार। जिले में बीते कुछ दिनों से तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण से लोग चिंतित हैं, वहीं कुछ व्यापारियों के लिए फिर से आपदा अवसर बनती हुई नजर आ रही है। बीते दो सालों से नगर के चंद व्यापारी आपदा में अवसर को भुनाते हुए जमकर कालाबाजारी कर चुके हैं। वही स्थिति अब नगर समेत जिले में फिर से बनती हुई नजर आ रही है। नगर में बीते कुछ दिनों में पान मसालों तथा गुड़ाखू के दाम 35-40 प्रतिशत तक बढ़ चुके हैं तथा बड़े व्यापारियों द्वारा खुलेआम इन सामानों की कालाबाजारी की जा रही है, जिसकी ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। पान मसालों तथा गुड़ाखू की कालाबाजारी का यह हाल है कि महज 4 से 5 रुपए में मिलने वाला गुटखा वर्तमान में 8 से 10 रुपए में, 5 रुपए का गुड़ाखू का दाम कहीं 15-रुपए तो कहीं 35-40 रुपए हो गया है। जिले में कालाबाजारी की शिकायतों के बाद बीते दिनों जिलाधीश ने फिलहाल लॉकडाउन ना लगने समेत कालाबाजारियों पर कार्रवाई के कड़े निर्देश भी दिए हैं, जिस पर आज तक किसी प्रकार का अमल नहीं किया गया है। अलबत्ता प्रतिदिन अलग-अलग सामानों के दाम जरूर बढ़ते जा रहे हैं, जिससे आमजन हलाकान है।
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नवापारा राजिम। कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक से लोगों के मन में लॉकडाउन का डर इस तरह सताने लगा है कि कहीं पहले की तरह दैनिक उपयोग की चीजें गायब या मंहगी ना हो जाए। इस मंशा को लेकर ग्रामीण नगर के बाजारों सामान लेने टूट पड़े। व्यापारी भी ग्रामीणों की इस मंशा का फायदा उठाकर कालाबाजारी करने से नहीं चूक रहे हैं। इससे व्यापारियों के पौ बारह हो रहे हैं।
मनमाने दामों में बेच रहे सामान
मिली जानकारी के अनुसार व्यापारियों के पास भरपूर स्टॅाक होने के बाद भी वे दैनिक उपयोग के सामानों की बढ़ती मंाग का फायदा उठाकर मनमाने दामों में सामान बेच रहे हैं। कुछ व्यापारियों के यहंा तो 15 दिनों का स्टॅाक एक ही दिन में खत्म होना बता रहे हैं। कुछ व्यापारी दुकानों में सामान न रखकर गोदाम से ही सीधे ग्राहकों को ऊंचे दामों पर सामान बेच रहे हैं। जो ग्रामीण उंचा दाम देने से मना करते हैं, उन्हें सामान ही नहीं मिलता।
ऊंचे दामों में पीछे दरवाजे से
ग्रामीणों ने बताया कि अभी लॉकडाउन की संभावना नहीं होने के बाद भी बाजार से दाल, तेल, गुड़ाखू आदि दैनिक उपयोग की चीजें बाजार से गायब होना बता रहे हैं। इस डर से जहंा जो सामान जिस भाव में मिल रहा है, उसे खरीदने मजबूर होना पड़ रहा है।
खाद्य अधिकारी ने किया व्यापारियों का बचाव
खाद्य अधिकारी सुचित्रा कश्यप से व्यापारियों का बचाव करते हुए कहा कि मैंने नगर के दुकानों का भ्रमण किया है। ऐसी स्थिति नजर नहीं आई। जब इस संवाददाता ने कहा कि मेरे पास 10-12 ग्रामीण बैठे हुए हैं और वहीं लोग वस्तुस्थिति की जानकारी दे रहे हैं। इस पर खाद्य अधिकारी ने कहा कि अभी तो मैं वहां से निकलकर पारागांव पहुंच गई हूं। चार दिन बाद आकर वस्तुस्थिति की जानकारी लूंगी।