जनप्रतिनिधियों और स्कूल शिक्षा विभाग की पहल के बाद भी निजी स्कूलों और पालकों के बीच विवाद की स्थिति लगातार जारी है। सोमवार को राजधानी के पेंशनबाड़ा, सिविल लाइन और मोवा इलाके में संचालित स्कूलों के बाहर पालकों और छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया।
रायपुर. जनप्रतिनिधियों और स्कूल शिक्षा विभाग की पहल के बाद भी निजी स्कूलों और पालकों के बीच विवाद की स्थिति लगातार जारी है। सोमवार को राजधानी के पेंशनबाड़ा, सिविल लाइन और मोवा इलाके में संचालित स्कूलों के बाहर पालकों और छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने पत्रिका को बताया कि निजी स्कूल हाईकोर्ट के निर्देश का उल्लंघन करते हुए पालकों से ट्यूशन फीस के अलावा अन्य शुल्क भी वसूल रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने ऑनलाइन क्लास से बाहर न निकालने की मांग पूरी कर दी है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान की फीस मांगने वालों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। प्रबंधन फीस जमा करने के लिए लगातार मैसेज भेज रहे हैं। बकाया फीस 50 हजार से ज्यादा पहुंच रही है, जिसका पालकों का बजट बिगड़ रहा है।
इन स्कूलों के बाहर हुआ प्रदर्शन सोमवार को पालक और छात्र पालक संघ के पदाधिकारियों ने पेंशनबाड़ा स्थित होलीक्रास स्कूल, मोवा स्थित आदर्श स्कूल और कांपा स्थित होली क्रास स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और फीस जमा नहीं करने का ऐलान किया। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल के बाहर पंपप्लेट भी चस्पा किया, जिसमें फीस जमा ना करने की बात लिखी हुई थी।
मांग नहीं पूरी होने तक करेंगे प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों ने पत्रिका से चर्चा के दौरान बताया कि मांग पूरी नहीं होते तक लगातार स्कूलों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। जो स्कूल प्रबंधन दबाव बनाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई हो, इसलिए पुलिस में शिकायत करेंगे। पूर्व में भी डीडीनगर इलाके में संचालित एक स्कूल के खिलाफ शिकायत पालक कर चुके हैं। पालक और स्कूल प्रबंधन के बीच पड़ने से अब जनप्रतिनिधि और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बच रहे हैं।
इनका है कहना पालक विमलेश कुमार ने कहा, स्कूल प्रबंधन ट्यूशन फीस के अलावा अन्य फीसों को जोड़कर हमसे पैसे मांग रहा है। इसी बात का विरोध दर्ज कराने आए हैं।
पालक अंकित सिंह ने कहा, होलीक्रास कापा में मेरा बच्चा पढ़ता है। शुल्क के नाम पर प्रबंधन 75 हजार मांग रहा है। कोरोना काल में इतनी रकम कहां से देंगे।
पालक आदर्श साहू ने बताया, जिन महीनों में ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हुई, उसकी फीस हम क्यों दे? राज्य सरकार को इस मामले में पटाक्षेप कर हमारी समस्या का समाधान करना चाहिए। छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा, जनप्रतिनिधियों की बैठक में हमने छात्रों को ऑनलाइन क्लास से बाहर ना करने का आश्वासन दिया था। इस बात को हम पूरा कर रहे हैं। फीस कम करने को लेकर हमने किसी भी तरह का आश्वासन नहीं दिया है। हमारे आश्वासन के बाद भी जो पालक और पालक संघ एशोसिएशन से संबंधित स्कूलों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके खिलाफ शिकायत करके कार्रवाई की मांग करेंगे।