scriptरायपुर में पार्किंग मतलब वसूली का अड्डा, शहर सरकार की चुप्पी बढ़ा रही दर्द | Parking in Raipur means collection point, read ptrika graund | Patrika News

रायपुर में पार्किंग मतलब वसूली का अड्डा, शहर सरकार की चुप्पी बढ़ा रही दर्द

locationरायपुरPublished: Dec 08, 2022 12:46:37 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

रायपुर में पार्किंग के नाम पर मनमानी का (Chhattisgarh news) आलम ये है कि गलत का विरोध कर दो तो धमकी-चमकी, गाली-गलौज और मारपीट। पढ़िए पत्रिका की रिपोर्ट..

rpr_parking_.jpg

रायपुर में पार्किंग के नाम पर मनमानी

रायपुर में पार्किंग के नाम पार अवैध वसूली का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक जहां जाओ, ठेकेदारों द्वारा तय शर्तों से परे जाकर पैसे मांगे जाते हैं। मनमानी का आलम ये है कि गलत का विरोध कर दो तो धमकी-चमकी, गाली-गलौज और मारपीट। पढ़िए पत्रिका की रिपोर्ट..
यह भी पढ़ें

ग्रामीण वेशभूषा में जवानों की गाड़ी रोककर बातों में उलझाया, फिर रायफल लेकर फरार हुए नक्सली

बस स्टैंड

पांच हजार स्क्वायर फीट पार्किंग, 1 लाख स्क्वायर फीट का कैंपस भी घेर लिया

भाठागांव स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल में साइकिल, बाइक और कार को मिलाकर तकरीबन 5 हजार स्क्वायर फीट का पार्किंग एरिया है। ताज्जुब की बात है कि केवल पार्किंग का ठेका लेकर ठेकेदार ने पूरे 1 लाख स्क्वायर फीट के बस स्टैंड कैंपस पर ही कब्जा कर लिया है। बस स्टैंड में आपको कहीं से भी एंट्री करनी हो, ठेकेदार के गुंडे खड़े मिलेंगे। एंट्री शुल्क मांगेंगे। विरोध करने पर ये लोग बदसलूकी करने से भी पीछे नहीं हटते। बुधवार को पत्रिका की टीम मौके पर पहुंची तो भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। इधर, निगम प्रशासन का दावा है कि बस स्टैंड में 10 मिनट फ्री पार्किंग की सुविधा है, लेकिन जब फ्री पार्किंग की जगह पूछी जाती है तो स्टैंड के बाहर गाड़ी लगाने की बात कहकर ये भी बताया जाता है कि पुलिस वाले गाड़ी ले जाएं तो हमें न कहना।
एयरपोर्ट

पिकअप करने वाली गाड़ियों को भेज रहे पार्किंग, बदले में वसूल रहे हैं पैसे

इधर, एयरपोर्ट में तो पार्किंग के लिए नियम-कायदे ही बदल दिए गए गए। वह भी ठेका देने के बाद। अमूमन एक बार ठेका देने के बाद नियम नहीं बदले जाते हैं, लेकिन रायपुर एयरपोर्ट ने ये कमाल भी कर दिखाया है। दरअसल, बीते महीने पत्रिका ने खबर प्रकाशित की थी कि पिकअप करने आ रही गाड़ियों को जबरन पार्किंग में भेजकर पैसे वसूल किए जा रहे हैं। इस पर एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना था कि मुख्यालय के आदेश पर ऐसा किया जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता नितिन सिंघवी ने इस खबर के आधार पर आरटीआई लगाकर जानकारी चाही कि आदेश की कॉपी उपलब्ध कराएं तो रायपुर एयरपोर्ट प्रबंधन ने 2017 में जारी एक निर्देश की प्रति दी। जबकि, पार्किंग का ठेका 2018 में हुआ था और तब ठेका शर्तों में पिकअप के लिए आने वाली गाड़ियों को पार्किंग में भेजने का कोई प्रावधान नहीं किया गया था।

1 घंटे के लिए 12 रुपए लेना तय लेकिन वसूल रहे हैं 30 रुपए से भी ज्यादा

रेलवे स्टेशन में तीन घंटे की पार्किंग का शुल्क 12 रुपए है, लेकिन यहां पार्किंग के कर्मचारियों द्वारा एक घंटे की पार्किंग के लिए 30 रुपए वसूल लिए जा रहे हैं। मामला बुकिंग काउंटर के सामने स्थित पार्किंग का है। परेशानी ये कि इन कर्मचारियों की शिनाख्त करना ही मुश्किल है क्योंकि पत्रिका टीम ने दोपहर 2.30 बजे जब मौके पर जाकर पड़ताल की तो ज्यादा पार्किंग कर्मियों के गले में कोई आई कार्ड ही नहीं मिला। बता दें कि तकरीबन डेढ़ माह पहले रेल उपभोक्ता परामर्श दात्री समिति ने इस बारे में बकायदा शिकायत पत्र सौंपा था। इसके बावजूद अवैध वसूली का खेल जारी है। इधर, गेट नंबर 2 के सामने स्थित पार्किंग के आसपास सफाई का भी बुरा हाल है। फ्लोरिंग उबड़-खाबड़ है। इसके चलते लोगों को गाड़ी रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो