पर्वाधिराज पर्व पर्युषण का अंतिम दिवस आज सांव्तसरिक क्षमापना के रूप में मनेगा
नयापारा-राजिम. विगत आठ दिनों से पर्वाधिराज पर्व पर्युषण की आराधना जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ द्वारा स्वाध्यायी भारती सिंगी (बालाघाट) व ललिता पारख (राजिम) की सानिध्यता में धूमधाम से की जा रही है। कल्प सूत्र की वांचना के अंतर्गत स्वाध्यायी भारती सिंगी ने भगवान महावीर, नेमिनाथ, पाश्र्वनाथ व आदिनाथ भगवान के जीवनचरित्र का वाचन किया। शुक्रवार को पर्व का अंतिम दिवस सांव्तसरिक क्षमापना के रूप में मनेगा। इस दिन श्वेताम्बर जैन श्रीसंघ के सदस्य आज पौषध व्रत ( एक दिन का साधु जीवन) लेकर उपवास कर दिन भर मंदिर में साधना आराधना करेंगे। संघ के छोटे बड़े सभी सदस्य यह व्रत करेंगे । प्रात: प्रतिक्रमण के साथ पौषध व्रत होगा। प्रात: 9 बजे कल्प सूत्र की वोचना, दोपहर चैत्य परिपाटी के अंतर्गत जिनमंदिर के दर्शन वंदन का कार्य सकल श्रीसंघ करेगा। संध्या 4 बजे मंदिर में सांवत्सरिक प्रतिक्रमण होगा।