‘पत्रिका’ टीम ने घर पहुंचकर जैसे ही परिवार को यह सूचना दी तो उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था। साकेत ने बताया कि वे पिछले सात सालों से पत्रिका पढ़ते हैं और हमेशा उनकी टेबल पर चाय के साथ पत्रिका को पढऩा जैसे रूटीन में शामिल में हो गया। उन्होंने बताया कि पत्रिका में सिटी की लोकल न्यूज और शहर से जुड़े मुद्दों को सटीकता और सच्चाई के साथ पेश किया जाना उन्हें अच्छा लगता है। जब उन्हें ये खबर पता चली कि मोटर साइकिल का ड्रा निकला है तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। साकेत ने आगे बताया कि अखबार में लगातार प्रकाशित हो रहे कूपन को मैंने फैमिली के साथ में मिलकर इकट्ठा किया।
मास्टर कूपन लगाक र इसे जमा भी कर दिया,लेकिन बाद में याद नहीं रहा कि ड्रा कब निकलेगा या विजेताओं में नाम आएगा या नहीं। इस योजना में उपहारों की जानकारी तो थी, लेकिन यह कभी नहीं सोचा था कि मुझे बाइक जीतने का मौका मिलेगा।