शहर के पटवारी हल्का नंबर 110/43 कचना शंकरनगर का विरेंद्र कुमार झा ने तो सरकारी रिकॉर्ड के नक्शे में ही हेरफेर कर रोड-रास्ते की जमीन का बटांकन कर दिया। इस मामले में रायपुर राजस्व अधिकारी देवेंद्र पटेल ने उस पटवारी को निलंबित करते हुए उसके जगह पर सड्डू क्षेत्र के पटवारी को प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया है। शहर में पटवारियों से मिलीभगत कर सरकारी रिकॉर्ड में हेरेफेर कराकर जमीन में खेल करने तथा दूसरों को धोखा देने वाले काफी सक्रिय हैं। एेसे लोगों पर जिला प्रशासन शिकंजा नहीं कस पा रहा है। शिकायत होने पर संबंधित हल्का पटवारी कुछ दिनों के लिए निलंबित कर दिए जाते हैं, परंतु जो लोग हेराफेरी का काम कराते हैं, उन्हें जेल के सलाखों तक पहुंचाया नहीं जाता है। जबकि शहर में दर्जनों मामले सरकारी रिकॉर्ड में हेरफेर कराकर नामांतरण और बटांकन का सामने आता रहा है।
राजस्व रिकॉर्ड दुरूस्तीकरण में चल रहा खेल एेसे मामलों में रायपुर खास कंकलीपारा और डंगनिया तालाब के ठीक सामने गायत्री हास्पिटल के बाजू में दूसरी की जमीन कब्जाने का भी सामने आया है, जिसका प्रकरण तहसील न्यायालय में चल रहा है। चौंकाने वाली बात ये कि एेसे अधिकतर मामलों में रसूख का खौफ दिखाने वाले अधिक सक्रिय हैं। इस तरह के कृत्यों से सबसे अधिक सामान्य व्यक्ति ही परेशान होता है।
पटवारी विरेंद्र कुमार झा की करतूत पकड़ी गई राजस्व अधिकारी देवेंद्र पटेल ने जांच प्रतिवेदन में पाया कि कचना का पटवारी विरेंद्र कुमार झा ने शंकरनगर स्थित भूमि खसरा नंबर 1211/ढ,1211/1 य, 1211/1एफ, 1211/1न/3, 1211/1/न/1, 1211/36 आदि खसरों को उक्त चालू राजस्व नक्शे में हेरफेर करके रोड-रास्त व बटांकन करने का असंवैधानिक कृत्य किया है। जो कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण के विरुद्ध है। इसके लिए पटवारी विरेंद्र झा को तत्काल निलंबित कर उसे तहसील ऑफिस में अटैच करने का आदेश 4 फरवरी को जारी किया था। उस पटवारी के हल्के का प्रभार आगामी आदेश तक सड्डू के पटवारी विश्राम जांगड़े को दिया जाता है।