हिंगलाज माता की झांकी बना आकर्षण का केंद्र, उमड़ी रही श्रद्धालुओं की भीड़
रायपुरPublished: Oct 22, 2023 03:55:26 pm
समीपस्थ ग्राम भेंडरी के बाजार चौक में पाकिस्तान में हिंडोल नदी की पहाड़ी पर विराजमान मां हिंगलाज माता की जीवंत झांकी बनाई गई है। जिसकी अलौकिक मनोरमा दृश्य देखने के लिए क्षेत्रवासियों सहित दूरदराज रायपुर, कवर्धा, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, धमतरी, महासमुंद गरियाबंद, छुरा, कुरूद, मगरलोड, नवापारा, राजिम बागेश्वर क्षेत्र लोग पहुंच रहे हैं। रात्रि में काफी भीड़ उमड़ रही है।


हिंगलाज माता की झांकी बना आकर्षण का केंद्र, उमड़ी रही श्रद्धालुओं की भीड़
नवापारा राजिम। समीपस्थ ग्राम भेंडरी के बाजार चौक में पाकिस्तान में हिंडोल नदी की पहाड़ी पर विराजमान मां हिंगलाज माता की जीवंत झांकी बनाई गई है। जिसकी अलौकिक मनोरमा दृश्य देखने के लिए क्षेत्रवासियों सहित दूरदराज रायपुर, कवर्धा, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, धमतरी, महासमुंद गरियाबंद, छुरा, कुरूद, मगरलोड, नवापारा, राजिम बागेश्वर क्षेत्र लोग पहुंच रहे हैं। रात्रि में काफी भीड़ उमड़ रही है।
झांकी परिसर में अद्भुत कलाकृति देखने को मिला रहा है। जिसमें मुख्य रूप काली गुफा मां नैना देवी, जगन्नाथ मंदिर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। साथ में कल-कल करती हुई झरना और वैष्णव देवी, भूतेश्वर महादेव, काली माता, हिंगलाज माता व मां दुर्गा प्रतिमा के दर्शन का लाभ मिल रहा है। पूरा मेला परिसर की वीडियोग्राफी कर स्कैन में दिखाया जा रहा है। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद ध्रुव, उपाध्यक्ष गोपेश साहू, सचिव सुरेश साहू, व्यवस्थापक संतोष लालवानी, बोधसागर साहू, संरक्षक सरपंच प्रीत राम देवांगन, भोला गुरुजी, कोषाध्यक्ष मोतीलाल साहू, रूपेश साहू मूर्तिकार व रंग रोगन लेखराम साहू, योगेश सिन्हा, गुरु सेवक साहू, निर्माता निर्देशक गैद लाल साहू, अशोक सिन्हा, पूनारद साहू, विशेष सहयोग धन्नू साहू, माथूर, शैलेन्द्र, भोला,टीकु, पीयुष, कामदेव जनक आदि हैं।
पंचमी पर माता की भव्य श्रृंगार कर की गई विशेष पूजा-अर्चना
राजिम। अंचल के ग्राम दूतकैया (खपरी), परसदा जोश, पोखरा, बासीन, बकली, रावण, पितईबंद, अरंड, कोमा, कुमही, किरवई, राजिम सहित आसपास के सभी गांवों में क्वांर नवरात्रि पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। प्रतिदिन सुबह-शाम माता की आरती के साथ विशेष भोग व श्रृंगार किया जा रहा है।
मातृ पंचमी के अवसर पर माता को दिव्य सोलह श्रृंगार चढ़ाए गए। संध्याकालीन आरती में महिलाओं का हुजूम उमड़ पड़ा। पूजा की थाली के साथ मन में मनोकामना लिए लोग पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन संध्याकाल में सेउक भाई जसगीत गाकर माहौल को भक्तिरस से सराबोर कर रहे हैं। चतुर्थी के दिन अंचल की ख्याति प्राप्त मानस मंडली राजिम के कलाकारों ने खपरी के दुर्गा मंच के सामने माता की जस सेवा प्रस्तुत करके भक्तिमय माहौल बना दिया। पंडा बिरझू बैगा, पंडा हेमलाल साहू, मोहन साहू, मदन साहू, डोमन साहू, रामावतार यादव उत्तम साहू ने बताया कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह उत्सव जीवन में रंग भर देता है। जस गायक श्रवण कुमार साहू, भारत साहू व कोमल साहू ने बताया कि जसगीत गाने से मन को सुकून मिलता है। यह भी माता की भक्ति का एक माध्यम है।