एक ओर का काम खत्म होने के बाद दूसरी ओर का काम शुरू किया जाएगा। स्मार्ट रोड में अंडर ग्राउंड सीवरेज के साथ ही वाटर सप्लाई सिस्टम तथा बिजली व केबल लाइन को भी अंडरग्राउंड किए जाएंगे। जिस जगह पर 40 फ़ीट चौड़ी सडक़ है, वहां सडक़ के दोनों ओर फु टपाथ बनाए जाएंगे। इसी तरह 40 फ़ीट से कम चौड़ी सडक़ पर रोड के लेबल पर ही फु टपाथ बनाए जाएंगे।
स्मार्ट सिटी कपंनी ने बिजली लाइन अंडर ग्राउंड करने, पाइप लाइन 24 घंटे सप्लाई करने नई लाइन डालने और करीब 40 सडक़ों को स्मार्ट रोड बनाने के लिए 392 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया है इन कार्यों का ठेका देने के लिए टेंडर भी जारी किया है। इसके लिए निविदा आनी भी शुरू हो गई है। सभी निविदाओं को विधानसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद ही खोली जाएगी। जिसका रेट ठीक रहेगा, उसी एजेंसी को ठेका दिया जाएगा।
आचार संहिता हटाने के बाद खोलेंगे निविदा
गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने पहले स्मार्ट रोड के लिए 107 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया था। इसके लिए जारी टेंडर में तीन कंपनियों ने रुचि दिखाई थी। तीनों ने ही 20 से 30 प्रतिशत अधिक रेट डाला था। इसलिए इस पर शासन स्तर पर कोई निर्णय नहीं हो पाया था। फिर बाद में नए सिरे से टेंडर जारी करने का निर्णय लिया गया। साथ ही अन्य प्रोजेक्ट को भी मिलाकर कुल 392 करोड रुपए का प्र्रस्ताव तैयार किया गया है।
स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड रायपुर के सहायक महाप्रबंधक बीआर अग्रवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी का एबीडी एरिया घनी आबादी और हैवी टै्रफिक वाला है। इसलिए प्रमुख कार्यों जैसे स्मार्ट रोड का रात में ही कराने का निर्णय लिया गया है। एबीडी एरिया में बिजली, पाइप लाइन और स्मार्ट रोड के तीनों प्रोजेक्ट के लिए एक साथ टेंडर जारी किया गया है। जिसे चुनाव बाद खोली जाएगी।