सूत्रों के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में हो रहे नियमों के उल्लंघन की बात प्रदेश और जिले की कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम ने बैठकों में रखी है। जिसे लेकर सभी जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित भी किया गया है कि वे नियमों का पालन करवाएं। मगर, पुलिस भी कब तक कहां-कहां तैनात रहेगी। क्योंकि रायपुर में तो २५० से अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। पुलिस के सामने चुनौती यह भी है कि जवानों को संक्रमण से बचाना क्योंकि वे भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं।
सुविधा के लिए ही घटाया कंटेनमेंट जोन का दायरा
मंगल बाजार
राजधानी रायपुर का मंगल बाजार क्षेत्र यहां से अब तक १५० से अधिक मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं। दो लोगों की जान जा चुकी है। यह २ से ढाई किमी की परिधि वाला क्षेत्र बीते २० दिनों से सील है। घर से निकलने तक पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके स्थानीय लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। युवा चौक पर जुट रहे हैं। बिना मास्क के मिल-जुल रहे हैं।
पुरानी बस्ती के सामने का क्षेत्र
पुरानी बस्ती थाना चौक से कंकाली तालाब की तरफ जाने वाली सड़क बंद है, क्योंकि यहां मरीज मिले हैं। मगर लोगों में जरा भी यह भय नहीं हैं कि वे संक्रमित हो जाएंगे। बच्चे पतंगबाजी कर रहे हैं। आना-जाना लगा हुआ है। राखी के दिन बेकरी और कपड़ा दुकान खुली हुई थी। सबसे हैरत में डालने वाली बात यह है कि यह कंटेनमेंट जोन थाना पुरानी बस्ती के ठीक सामने है। यहां के लोगों को पुलिस का भी डर नहीं है।
सदाणी दरबार
इन दिनों कोरोना का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट सदाणी दरबार बना हुआ है। यहां अब तक तकरीबन ८० मरीज मिल चुके हैं। यहां भी दो लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। यहां के कई संक्रमित मरीज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। इन सबसे बावजूद लोग महामारी से बचाव के लिए बनाए गए नियमों को ताक पर रख रहे हैं। यही वह कंटेनमेंट जोन है, जहां से कुछ मरीजों ने अस्पताल में भर्ती होने से मना किया। तीन-तीन बार एंबुलेंस लौटाई गई। ये अंतत: भर्ती हुए ही नहीं।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संयुक्त संचालक, रायपुर