छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पिछले दो साल से भटक रहे बुजुर्ग को आख़िरकार आज उनके परिजन घर वापस ले गए। एक व्यक्ति की जागरूकता और सामाजिक संसथान के मदद से ही यह संभव हो सका। पढ़ें क्या है पूरी खबर।
रायपुर
Published: June 25, 2022 12:54:26 pm
रायपुर। पिछले दो साल से छत्तीसगढ़ में फंसे पश्चिम बंगाल के बुजुर्ग को आज उनके परिजन सकुशल घर वापस ले गए। दरअसल अशोक नश्कर नामक बुजुर्ग पश्चिम बंगाल से 2 साल पहले भटक कर छत्तीसगढ़ पहुँच गए थे। अब लम्बे संघर्ष के बाद आख़िरकार वे अपने घर पहुंचेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल निवासी अशोक नुश्कर को 2 साल पहले किसी अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेन से धक्का दे दिया था। जिसके बाद से वे घायल अवस्था में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में जैसे-तैसे अपना जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन एक हफ्ते पहले 17 जून को देवभोग में रहने वाले गौरीशंकर कश्यप की नजर उनपर पड़ी और उसने अशोक को इलाज के लिए रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ उनका देखरेख गौरीशंकर के साथ ही मनोवैज्ञानिक औषधि सेवा संस्थान कर रही थी। इन्होंने अशोक का इलाज कराया और इसके साथ ही पुलिस को बुजुर्ग के गुमशुदगी की सूचना भी दी।
जिसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग से मिली जानकारी के बिनाह पर पश्चिम बंगाल पुलिस से संपर्क साधा और उन्हें बुजुर्ग के परिजनों का पता लगा। पुलिस ने परिजनों से संपर्क साधा, जिसके बाद उनके बेटे, दामाद और अन्य परिजन उन्हे शुक्रवार को लेने रायपुर पहुंचे। बुजुर्ग को आज एंबुलेंस से घर के लिए रवाना कर दिया गया है।
अशोक का इलाज के दौरान उनका देखरेख कर रही संस्था ने बताया कि जब अशोक को रायपुर लाया गया था तब उनकी हालत बेहद दयनीय थी। उनके पैरों में संक्रमण बढ़ता जा रहा था। डाक्टरों ने भी कहा कि अगर यह ज्यादा फैलता है तो पैर काटना पड़ेगा। लेकिन भगवान की कृपा से यह स्थिति नही बनी और डाक्टरों ने बिना पैर काटे उनका इलाज किया। जिसके कारण आज वे वापस सही सलामत अपने घर जा रहे हैं।
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