कोरोना का असर जन-जीवन पर पड़ने के साथ ही तीज-त्योहार का उत्सव काफी प्रभावित हुआ है। इसका असर पितृपक्ष पर भी पड़ रहा है। पुरोहित अपने यजमानों के यहां तर्पण और पिंडदान क्रिया तो कराएंगे, लेकिन श्राद्ध भोजन की जगह एक दिन के भोजन का राशन सामग्री और दक्षिणा ही ग्रहण करेंगे। ऐसा पुरोहित यजमानों को अवगत भी करा रहे हैं।
महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ला, पुरोहित राजेश तिवारी का कहना है कि कोरोनाकाल के कारण यजमानी काफी प्रभावित हुई है। पितृपक्ष में हर दिन तीन से चार यजमानों के यहां से तर्पण और पिंडदान कराने का न्योता मिला हुआ है। लेकिन सावधानी बरतते हुए संपूर्ण क्रिया संपन्न कराएंगे। पुरोहितों को कई जगह श्राद्ध क्रिया कराने जाना होता है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यजमानों से उनके पितरों के नाम पर राशन सामग्री और दक्षिणा प्राप्त करने की भावना से अवगत करा दिए हैं।