वहीं रविवार को पुलिस परिवारों की मांगों के समर्थन में उतरी कांग्रेस विधायक देवती कर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। खबरों के अनुसार विधायक देवती कर्मा और उनकी बेटी तूलिका कर्मा दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिलने पहुंचीं थीं। इसी दौरान पुलिस ने विधायक देवती कर्मा और उनकी बेटी तूलिका कर्मा को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
उधर, राजधानी रायपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस परिवार से मिलने से रोका गया। पुलिस अधिकारियों ने पुलिस लाइन के बाहरी गेट को बंद कर दिया। वहीं पुलिस परिवारों को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन में अंदर आने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर सरकार ने पुलिस के परिवार वालों की मांगें नहीं मानी तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे।
पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों पर सख्ती
इससे पहले दुर्ग और कांकेर पुलिस लाइन के मुख्यद्वार पर ताला लगा दिया गया है। दंतेवाड़़ा में चौकसी का आलम यह है कि पुलिस लाइन व सीएफ बटालियन के दरवाजों पर जवानों की तैनाती की गई है। बाहर निकलने वाली महिलाओं के नाम-पते और वे कहां-किस काम से जा रही हैं, उसका ब्योरा नोट किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अधीक्षकों ने पुलिस कर्मियों की रूटीन छुट्टियां रद्द कर दी हैं। दुर्ग एसएसपी संजीव शुक्ला ने बताया कि पुलिसकर्मियों के रूटीन अवकाश पर रोक लगा दी गई है। अब सिर्फ उन्हीं को छुट्टी मिलेगी, जिसे अवकाश अतिआवश्यक है। वहीं 400 से अधिक पुलिसकर्मियों को बर्खास्तगी का नोटिस थमाकर जवाब मांगा गया है। भिलाई में एक रिटायर आरक्षक हरगोविंद को आंदोलन को हवा देने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रचार
बिलासपुर एसपी आरिफ एच. शेख ने शनिवार को 20 पुलिसकर्मियों को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में आंदोलन का प्रचार करने में एक महिला एसआइ, हवलदार व आरक्षक समेत 20 कर्मचारियों ने सक्रिय भूमिका निभाई थी।
इनसे 7 दिन में जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो बर्खास्तगी भी हो सकती है। दुर्ग एसएसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने भी 12 आरक्षकों को नोटिस थमाया है। धमतरी में 10 पुलिसकर्मियों को नोटिस दिया गया था, माफी मांगने पर उन्हें छोड़ा गया है।