अनदेखी का असर : 3 दिसम्बर की घटना में हो जाती गिरफ्तारी, तो नहीं होती वारदात
फेसबुक पर गाली-गलौज विवाद में हुई थी FIR, पुलिस ने नहीं लिया एक्शन इसलिए हुआ गोलीकांड
रायपुर. अरुण यादव आजाद चौक इलाके का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर हत्या और मारपीट के कई मामले हैं। इसके बावजूद उसे न तो जिलाबदर किया गया और न ही 3 दिसम्बर की एफआइआर पर उसे गिरफ्तार किया गया था। इस कारण उसका हौसला बढ़ गई और उसने खुलेआम युवकों को हत्या की नीयत से गोली मारकर घायल कर दिया।
पुलिस के मुताबिक तुषार और प्रताप की दोस्ती विनोद कश्यप से है। पिछले दिनों विनोद ने अपना फोटो पोस्ट किया था। इस पर ओम दुबे ने गाली-गलौज पोस्ट कर दिया। इससे दोनों के बीच विवाद हो गया। ओम की दोस्ती अरुण से है। अरुण ने सभी को धमकाया था। फेसबुक में टिप्पणी को दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। जिसकी रिपोर्ट डीडी नगर थाने में दर्ज कराई गई थी।
सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों को कांग्रेस से जुड़ा बताया जा रहा है। अरुण मौदहापारा के रक्सेल गैंग से जुड़ा है। कुछ दिन पहले ही संजय रक्सेल जेल से छूटा है। इसके बाद से उससे जुड़े युवकों ने गुंडागर्दी शुरू कर दी है। महादेवघाट इलाके में भी कुछ दिनों से तुषार, प्रताप और उसके साथियों का गुट और अरुण व उसके साथियों के गुट के बीच टकराहट चल रही थी। सप्ताह भर मुख्य आरोपी अरुण और उसके साथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई होती, तो घटना नहीं होती।
डीडी नगर थाना के टीआई अमित शुक्ला ने बताया कि फेसबुक विवाद के समय दोनों पक्षों की ओर से काउंटर एफआईआर दर्ज की गई थी। मामला जमानती था। घायलों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।
रायपुर में गुंडे-बदमाशों के बीच कई बार गैंगवार हो चुका है। करीब दो साल पहले मौदहापारा में रक्सेल गैंग के सुमीत रक्सेल को राजातालाब के तंजील और उसके साथियों ने गोली मार दी थी। पिछले डंगनिया तालाब के पास युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसमें भी पुराने बदमाश शामिल थे।
11 हिस्ट्रीशीटर का ही जिलाबदर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने 50 लोगों के जिलाबदर की सूची जिला प्रशासन को सौंपी थी। बाकी 50 अन्य लोगों को भी भेजने की तैयारी थी। इनमें से कुल 11 हिस्ट्रीशीटरों का ही जिलाबदर हो पाया है। बाकी खुलेआम घुम रहे हैं। इससे मारपीट, धमकी और गुंडागर्दी की घटनाएं बढ़ गई है।
जिलाबदर के बाद भी शहर में है बदमाश जिन 11 हिस्ट्रीशीटरों का जिलाबदर किया गया है। उनमें से कई शहर में ही घूम रहे हैं। दो दिन पहले हिस्ट्रीशीटर उदय जैन को पुलिस ने पकड़ा था। इसी तरह कोतवाली इलाके का हिस्ट्रीशीटर भी रायपुर में ही है। पुलिस ने चार लोगों को हर सप्ताह थाने में हाजिरी लगाने को कहा था, लेकिन गंज इलाके का पुरानी हिस्ट्रीशीटर कई सप्ताह से थाने में उपस्थिती नहीं दे रहा है।