पुलिस कर्मियों को सूचना मिली है कि आरोपी ने पड़ोसी राज्यों में रहने वाले अपने रिश्तेदारो के यहां शरण ली है। आरोपी की जानकारी जुटाकर उसके ठिकाने पर दबिश देने की तैयारी पुलिस कर रही है।
23 सितंबर को दर्ज हुआ था केसपीडि़त निखिल सोनी ने 21 दिसंबर को सूदखोर गवली के खिलाफ डीजीपी अवस्थी, रायपुर आईजी आनंद छाबड़ा, एसएसपी आरिफ शेख, एएसपी सिटी प्रफुल्ल ठाकुर को लिखित शिकायत दी थी। पीडि़त ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि 9 नवंबर 2015 को मैंने गोलू गवली से 60 हजार रुपए लिया था। इसके बदले में अभी तक उसे 9 लाख से ज्यादा दे दिया।
इसके बावजूद सूदखोर गवली 5 लाख रुपए की मांग कर रहा है और पैसे नहीं देने पर परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहा है। पीडि़त की शिकायत पर जांच करवाते हुए पुलिस अधिकारियों ने 23 सितंबर को सूदखोर गवली के खिलाफ केस दर्ज किया था।
रसूखदारों का पैसा ब्याज में चलाने का हल्ला सूदखोरी के कारोबार से जुड़े जानकारों की मानें तो कम समय में पैसा कमाने की चाह में गवली सूदखोरी के कारोबार में उतरा। कॉलेज में छात्र राजनीति करने की वजह से रसूखदारों से परिचय हुआ, तो उनका पैसा लेकर ब्याज में चलाने लगा। गवली के संपर्क में शहर के कारोबारियों के अलावा पुलिस महकमे के दर्जनों लोग थे। गवली इनका पैसा बाजार में चलवाता था और बदले में कमीशन लेता था। गवली की कॉल डिटेल पुलिसकर्मियों ने निकाली है। कॉल डिटेल में कुछ नंबर पुलिस को एेसे मिले है, जिसमें एक दिन में दर्जनों बार कॉल की गई है।
वर्जन सूदखोर विजय गोलू गवली के संभावित ठिकानों में दबिश दी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली है। गवली के परिजनों और परिचितों पर नजर है। सूदखोर पड़ोसी राज्य में रहने वाले अपने रिश्तेदार के यहां छिपा है, एेसा सूचना मिली है। लोकेशन निकालकर टीम रवाना करेंगे।
आरके मिश्रा, प्रभारी, कोतवाली