पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी मोहम्मद शाबिर फाफाडीह इलाके में पक्षी बेचने का कारोबार करता है। पक्षी बेचते हुए आरोपी ने शेड्यूल-1 के वन्यप्राणियों की तस्करी शुरू कर दी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 4 अगस्त को मैनपुर के आरोपियों ने संपर्क किया और शावकों का वीडियो भेजा। शावक देने का सौदा 50 हजार में तय हुआ, तो आरोपी ने 11 सितंबर की दोपहर को दोपहिया वाहन में शावक लेने के लिए मैनपुर गए।
मैनपुर के जंगल पार करके आरोपी आखिरी बस्ती में पहुंचे और वहां पैसे देकर शावक को अपने कब्जे में लिया। पुलिस की कार्रवाई से बचने आरोपियों ने मैनपुर से लेकर अभनपुर तक की दूरी मेन रोड की जगह अंदरूनी रास्तों से तय की थी। आरोपियों का हुलिया और गाड़ी नंबर पुलिस को मुखबिर के माध्यम से पता चल गया था। सूचना मिलने पर रायपुर पुलिस की टीम ने आरोपियों का पता पुछने के बहाने रोका और पकडकऱ रायपुर ले आए।
रायपुर के सीसीएफ के एचएल रात्रे ने बताया कि तस्करों से बरामद किए गए शावकों को जंगल सफारी के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है। शावकों की स्थिति ठीक है। तस्करों के साथियों का पता लगाने के लिए रायपुर और मैनपुर में टीम गठित की गई है। अचानकमार से डॉग स्क्वाड को भी बुलाया है। रायपुर जिले में पशु-पक्षी का करोबार करने वालों से भी पूछताछ करेंगे।