30 वर्षीय महिला का कहना है कि आरक्षक तालेन्द्र अक्सर मुलजिमों का मुलाजा कराने अस्पातल आता था। इसी बीच उसकी जान पहचान हुई। धीरे धीरे दोनों को प्यार हो गया। आरक्षक ने शादी का झांसा देकर घर आने जाने लगा। पीडि़त महिला उस पर विश्वास करने लगी। इस तरह पांच साल बीत गए। महिला ने जब शादी करने का प्रस्ताव रखा तो आरक्षक बिगड़ गया और धमकी देने लगा कि शादी की बात न करे।
पीडि़त महिला का कहना है कि 28 जून को आरोपी ने उसके साथ अभद्र व्ययवहार किया। अश्लील गाली गलौज करते हुए उसके चरित्र को गंदा कहा। आरक्षक द्वारा किए अभद्र व्यवहार की पीडि़ता ने रिकार्डिंग की। रिकार्डिंग के साथ पाटन थाना में शिकायत की।महिला ने शादी का झांसा देकर पांच सालों तक शारीरिक शोषण करने वाले आरक्षक के खिलाफ कर्रवाई करने में पुलिस टालमटोल कर रही है।
पिछले पांच माह में कलक्टर, एसपी, और गृह मंत्री तक से शिकायत के बाद भी दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय नहीं मिला। आरोपी खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बजाय पुलिस सूचना का अधिकार के तहत जानकारी देते सपष्ट कर दिया है कि शिकायत में किसी तरह का अपराध नहीं बनता। पीडि़त महिला ने अब पूरे मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग से की है।