मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी साहू ने बताया कि प्रदेश में कुल 1 करोड़ 79 लाख 25 हजार 6 मतदाता है। इसमें थर्ड जेंडर के 724, पुरुष 90 लाख 28 हजार 892 और महिला मतदाता 88 लाख 95 हजार 390 शामिल हैं। जबकि वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 68 लाख 95 हजार 762 मतदाता थे। इस हिसाब से प्रदेश में 10 लाख 29 हजार 244 नए मतदाता बढ़ गए हैं।
मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन 23 अक्टूबर को किया जाएगा। दावा-आपत्ति के लिए 22 नवम्बर तक का समय दिया गया है। 29 अक्टूबर को ग्राम सभा और स्थानीय निकायों में मतदाता सूची का सत्यापन का काम होगा। राजनीतिक दलों के दावा-आपत्ति के लिए 5 नवम्बर तक अभियान चलाया जाएगा। 12 दिसम्बर को इनका निराकरण होगा। 10 जनवरी 2018 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इसके आधार पर ही आगामी विधानसभा का चुनाव होगा।
प्रदेश में वर्ष 2016 में मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण के बाद मतदान केंद्रों की संख्या 22 हजार 939 थी, जो अब बड़कर 23 हजार 411 हो गई है। प्रदेश में 712 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही 232 मतदान केंद्रों को विलोपित भी किया गया है। आयोग ने मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण के बाद 221 का स्थल और 441 का भवन परिवर्तन किया है।