आरोपी ने अपने गिरोह के साथ 14 दिसम्बर की रात को राजेंद्र नगर ओवरब्रिज के पास अनिल सोनी और 30 जनवरी की रात को चंगोराभाठा इलाके में सराफा कारोबारी जसराज सोनी और उसके बेटे मोहित सोनी पर गोली चलाकर गहनों से भरा बैग लूटा था। आरोपी से गिरोह के अन्य साथियों के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है।
सिविल लाइन स्थित पुलिस कंट्रोल रूम (Police Control Room) में मंगलवार की शाम को रायपुर एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रतापगढ़ निवासी जावेद अहमद को मीडियाकर्मियों सामने एक कट्टे और दो गोलियों के साथ पेश किया। एडिशनल एसपी ने बताया कि 30 जनवरी को चंगोराभाठा में ज्वैलरी कारोबारी से लूट मामले में दो महीना पहले भिलाई के देवी प्रसाद बंसोर और मनीष बंसोर को गिरफ्तार किया गया था।
इन आरोपियों से पूछताछ के बाद प्रतापगढ़ के आरोपियों का पता चला था। तीन महीने तक पुलिस ने आरोपियों के मूवमेंट का पता लगाया और उसके बाद सोमवार की दोपहर को प्रतापगढ़ के मान्धाता से गिरफ्तार किया।
दबिश के दौरान आरोपी ने बरसाई गोलियां रविवार को प्रतापगढ़ के मान्धाता में जावेद अहमद अपने पांच अन्य साथियों के साथ रूका हुआ था। प्रतापगढ़ पुलिस के मुखबिरों की सूचना पर प्रतापगढ़ पुलिस और रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने उसके ठिकाने पर दबिश दी तो आरोपियों ने पुलिस पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
प्रतापगढ़ पुलिस ने जवाबी हमला किया तो आरोपी गोली बरसाता हुआ अपने साथियों के साथ अलग-अलग रास्तों से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों की एक गाड़ी का पीछा किया और 50 किलोमीटर में घेराबंदी करके उन्हें पकड़ा।
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिसकर्मियों ने चार कट्टे और चार बम बरामद किए। तीन अन्य आरोपी और उनसे बरामद हथियार और बम को प्रतापगढ़ पुलिस ने जब्ती बनाया है। जावेद अहमद के पास बरामद हथियार को रायपुर पुलिस ने जब्ती बनाया और उसे रायपुर लेकर आए।
ज्वैलरी का नहीं चला पता जसराज सोनी लूटकांड मामलें में पुलिस अब तक मास्टरमाइंड सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरोह के दो सदस्य अभी भी फरार है। आरोपियों से लूटी गई ज्वैलरी का पता नहीं लग पाया है। पुलिस की मानें तो फरार दो आरोपियों ने ज्वैलरी को बेचकर पैसा लिया और गिरोह के अन्य सदस्यों को उनका हिस्सा दे दिया। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ज्वैलरी का पता बताने की बात अफसर कह रहे है।
वर्सन
सराफा कारोबारी (Bullion trader) से लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 3 आरोपियों को अब तक पकड़ चुके है। गिरोह के दो सदस्य फरार है और उन्ही ने लूट के सामान को बेचकर पैसा अपने साथियों में बांटा है। फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद लूट के सामान कहां है? इसके बारे में पता चलेगा।
-अभिषेक माहेश्वरी, डीएसपी,सिविल लाइन, रायपुर