मॉकड्रिल के कारण सबसे अधिक बेचैनी शहडोल से आए 14 वर्षीय दिल के मरीज सिद्धार्थ प्रसाद को झेलनी पड़ी। वह नया रायपुर स्थित सत्य साईं संजीवनी अस्पताल से रायपुर स्थित एम्स अपने दादा लक्ष्मण प्रसाद के साथ जा रहा था। उन्हें नया रायपुर के नॉर्थ ब्लॉक से बीआरटी बस पकडऩी थी। लेकिन बस नहीं चलने के कारण उन्हें वहां के शेल्टर में डेढ़ घंटे तक बीताने पड़े। बीच-बीच में मासूम बेचैन होता था, तो उसके दादा उसे पानी पिलाकर बेचैनी दूर करने की कोशिश करते थे। आस-पास बैठे अन्य मुसाफिर भी बच्चे की बेचैनी देखकर परेशान हो उठे।
पुलिस ने अड्डेबाजी वाली जगहों, शराबखोरी, बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन आदि जगहों पर जांच की। इसके अलावा यातायात पुलिस ने शहर में 8 स्थानो पर चेकिंग प्वाइंट बनाकर वाहन चालकों की जांच की।