समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य में कोयले का उत्पादन कर रहे और कोयले का उत्पादन शुरू करने वाले कम्पनियों के साथ कोयला उत्पादन के प्रगति के विषय में विस्तार से चर्चा की गई। राज्य में स्थित 14 विभिन्न कोयला खदानों में कोयले के उत्पादन के लिए जरूरी पर्यावरण-वन विभाग की अनुमति, ग्राम सभाओं एवं जन सुनवाई का आयोजन, प्रभावितों को मुआवजा वितरण एवं रोजगार आदि के विषय में विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगवा, प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, सचिव राजस्व एनके खाखा, विशेष सचिव खनिज अन्बलगन पी. सहित एनटीपीसी लिमिटेड, हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड, अम्बुजा सीमेंट लिमिटेड, बालको लिमिटेड के प्रतिनिधि मौजूद थे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ली जानकारी बैठक में मुख्य रूप से गारे-पलमा सेक्टर-1,2,3, गीधमुरी-पतुरिया, परसा, मदनपुर साउथ, तलाईपाली, गारे-पलमा-4, गारे-पलमा-5, गारे-पलमा-8, परसा ईस्ट-काटा बासन, चोटिया, केरवा, केंटे एक्सटेंसन, बनाई, भालूमुड़ा कोयला खदानों में उत्पादन के लिए संबंधित जिलों के कलेक्टरों और वन परिक्षेत्राधिकारी के साथ वीडियों कॉन्फें्रसिंग से वस्तुस्थिति की जानकारी ली गई। ये सभी कोयला खदान रायगढ़, कोरबा, सरगुजा, जशपुर जिले में स्थित हैं।