मगर, राज्य स्वास्थ्य विभाग को यह नहीं पता कि टीका का नेचर (प्रकृति) क्या होगा? अब अगर टीके को -20 डिग्री सेल्शियस पर रखना हो या फिर 2 से 8 डिग्री तापमान पर, राज्य में दोनों स्तर की सुविधाएं मौजूद हैं क्योंकि अब तक आई सभी वैक्सीन इन्हीं 2 तापमान के बीच ही रखी जा रही है।
रायपुर में डीकेएस हॉस्पिटल के पीछे सेंट्रल कोल्ड स्टोरेज सेंटर में टीकों को रखने की सभी तैयारियां हैं। कोरोना टीके के पहले 17 जनवरी को साल का पहला पल्स पोलियो अभियान शुरू होने जा रहा है। यह एक प्रकार से कोरोना टीकों के भंडारण, परिवहन और वितरण का परीक्षण कहा जा सकता है।
यह अभियान दशकों से चला आ रहा है। जो राज्य में सफल रहा है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि 80 कोल्ड स्टोरेज पॉइंट्स बढ़ाए जाने का काम भी अंतिम चरणों में है। मेडिकल और अन्य स्टाफ का प्रशिक्षण भी जारी है।