के समापन समारोह में CM बोले – अब दीपावली पर मिलेगा 2017 के धान का बोनस रविवार शाम उन्होंने कहा, यहां आने का निमंत्रण मिलने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था अगर गिरौदपुरी जाने का प्रबंध करवा दें तो उनका सौभाग्य होगा। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। राष्ट्रपति के साथ मुख्यमंत्री डॉ.
रमन सिंह और विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल भी उनके साथ गिरौदपुरी रवाना हुए।
CG के 17वीं वर्षगांठ पर CM बोले – विगत डेढ़ दशक में न कभी प्लांट की चिमनी बंद हुई, न दंगे फसाद हुए इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। समारोह में राष्ट्रपति ने राज्य गठन के लिए हुए संसदीय संघर्ष को याद किया। उन्होंने बताया कि आंदोलन के समय वे राज्यसभा सांसद थे। इस क्षेत्र के सांसद राज्यसभा में कोशल क्षेत्र को मध्य प्रदेश से अलग करने की मांग उठाते रहते थे। उन लोगों को लगता था कि इस क्षेत्र को मध्य प्रदेश में न्याय नहीं मिल पाता।
नोटबंदी का सुझाव देने वाले अनिल बोकिल बोले …वरना अगले साल सरकार बदल जाएगी राष्ट्रपति का कहना था कि बड़ी कठिनाई और संघर्षों से यह राज्य मिला है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ गठन के लिए यहां के सांसदों की हां में हां मिलाने वे भी संसद में खड़े होते रहे हैं। राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़ी में ‘भाई-बहिनी मन ला जय जोहार’ के साथ की। बाद में उन्होंने गुरु घासीदास, शहीद वीरनारायण सिंह और पंडवानी गायिका तीजन बाई का विशेष तौर पर उल्लेख किया। छत्तीसगढ़ महतारी महिमा नाम की कविता की लाइनों से राष्ट्रपति का भाषण पूरा हुआ।