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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गिरौदपुरी रवाना, गुरु घासीदास की जन्मस्थली पर टेकेंगे माथा

locationरायपुरPublished: Nov 06, 2017 12:53:25 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गिरौदपुरी के लिए रवाना हो गए, वहां वे पूजा-अर्चना के बाद एक सामुदायिक भवन के लिए भूमिपूजन करने वाले हैं।

President Ramnath Kovind

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गिरौदपुरी रवाना, गुरु घासीदास की जन्मस्थली टेकेंगे माथा

रायपुर . राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार दोपहर गिरौदपुरी के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति गिरौदपुरी में गुरु घासीदास की जन्मस्थली जाएंगे और वहां वे पूजा-अर्चना के बाद एक सामुदायिक भवन के लिए भूमिपूजन करने वाले हैं। इस यात्रा के साथ कोविंद गुरुघासीदास की जन्म और कर्मभूमि पर पहुंचने वाले पहले राष्ट्रपति हो जाएंगे।
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रविवार शाम उन्होंने कहा, यहां आने का निमंत्रण मिलने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था अगर गिरौदपुरी जाने का प्रबंध करवा दें तो उनका सौभाग्य होगा। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। राष्ट्रपति के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल भी उनके साथ गिरौदपुरी रवाना हुए।
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इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। समारोह में राष्ट्रपति ने राज्य गठन के लिए हुए संसदीय संघर्ष को याद किया। उन्होंने बताया कि आंदोलन के समय वे राज्यसभा सांसद थे। इस क्षेत्र के सांसद राज्यसभा में कोशल क्षेत्र को मध्य प्रदेश से अलग करने की मांग उठाते रहते थे। उन लोगों को लगता था कि इस क्षेत्र को मध्य प्रदेश में न्याय नहीं मिल पाता।
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राष्ट्रपति का कहना था कि बड़ी कठिनाई और संघर्षों से यह राज्य मिला है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ गठन के लिए यहां के सांसदों की हां में हां मिलाने वे भी संसद में खड़े होते रहे हैं। राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़ी में ‘भाई-बहिनी मन ला जय जोहार’ के साथ की। बाद में उन्होंने गुरु घासीदास, शहीद वीरनारायण सिंह और पंडवानी गायिका तीजन बाई का विशेष तौर पर उल्लेख किया। छत्तीसगढ़ महतारी महिमा नाम की कविता की लाइनों से राष्ट्रपति का भाषण पूरा हुआ।
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