थोक कारोबारियों के मुताबिक राजधानी में हर दिन 20 से 25 ट्रक यानी लगभग 500 टन प्याज की आवक हो रही है, बावजूद इसके कीमतें आम आदमी के पहुंच के बाहर है। लोगों की डिमांड का फायदा थोक, चिल्हर व्यापारी सहित मिनी होलसेलर उठा रहे हैं।
बीते वषों में जनवरी महीने में प्याज की यह कीमत 15 से 20 रुपए प्रति किलो पर रही थी। कारोबारियों का कहना है कि प्याज की आवक में कमी नहीं है, लेकिन थोक कारोबारी बढ़ती कीमतों की वजह नहीं बता पा रहे हैं। आलूृ-प्याज आढ़तिया संघ का कहना है कि सोमवार से कीमतें में और कमी आने की संभावना है। बीते दो दिनों से प्याज की कीमतें थोक में 33-34 रुपए प्रति किलो से घटकर 28 से 30 रुपए पहुंच चुकी है।
नासिक से आवक
प्याज की आवक इन दिनों नासिक से हो रही है। डूमरतराई थोक सब्जी बाजार, भनपुरी थोक बाजार, शास्त्री बाजार सहित अन्य छोटे-बड़े बाजारों में भरपूर आवक है। ठंड के दिनों में प्याज की कीमतें बढऩे को लेकर कारोबार कोई ठोस वजह नहीं बता पा रहे हैं। प्याज के मुकाबले आलू थोक में 5 से 7 रुपए प्रति किलो है, जबकि चिल्हर में यह 10 रुपए पर बिक रहा है।
तीस फीसदी तक मुनाफाखोरी
थोक और चिल्हर बाजार के बीच प्याज की कीमतों में 12 रुपए की मुनाफाखोरी हो रही है, जो कि कुल कीमत का 25 से 30 फीसदी हिस्सा है। प्रशासन ने भी प्याज की बढ़ती कीमतों पर ध्यान नहीं दिया है, जबकि थोक में घटती कीमतों का फायदा चिल्हर बाजार में लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
आलू-प्याज आढ़तिया संघ अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि शहर में प्याज की भरपूर आवक है। रोजाना 20 से 25 ट्रक प्याज की आवक हो रही है। दो दिनों से प्याज थोक में 28 से 30 रुपए पर कायम है। चिल्हर बाजार में हम लोगों को बता रहे हैं कि कीमतें कम करें। सोमवार से कीमतें और घट सकती है।