केंद्र की इस योजना से प्रदेश के स्कूलों का कायाकल्प हो, इसलिए समग्र शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अधीनस्थों को स्कूलों का नाम चिह्नांकित करके भेजने का निर्देश दिया है। इन स्कूलों में छात्रों को किताबी ज्ञान के अलावा, शारीरिक शिक्षा और संगीत की शिक्षा दी जाएगी। स्कूलों का चयन करने में जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को परेशानी ना हो, इसलिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है, कि आगामी शैक्षणिक सत्र से स्कूल शुरू हो सकें इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इस तरह अपग्रेड होंगे स्कूल
नई शिक्षा नीति को पीएमश्री स्कूलों में लागू किया जाएगा। पीएमश्री स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, खेल की सुविधाएं और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा। कम्प्यूटर लैब, लैबोरेटरी, लाइब्रेरी और पढ़ाई के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इन स्कूलों का सिलेबस भी नई शिक्षा नीति के तहत बनाया जाएगा।
अलग से प्ले स्कूल का संचालन
पीएमश्री स्कूलों में कक्षा 3 से 12वीं तक के छात्रों को शिक्षित किया जाएगा। स्कूल परिसर में अलग से प्ले स्कूल का संचालन होगा। इन स्कूलों में अपनाई गई शिक्षा अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, खेल/खिलौना आधारित, पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, शिक्षार्थी-केंद्रित, चर्चा-आधारित, लचीली और मनोरंजक होगी।
इस तरह तैयार होगा सिलेबस
पहले केंद्र से जारी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) की स्टडी की जाती है।
एनसीएफ से मिली गाइडलाइन को स्टेट कॅरिकुलम फ्रेमवर्क (एससीएफ) से पास किया जाता है।
इसी के आधार पर एससीईआरटी में पदस्थ अधिकारी सिलेबस का निर्माण कराते हैं।
आगामी शिक्षा सत्र से संगीत, कला के अलावा पर्यावरण से जुड़ी शिक्षा भी विद्यार्थियों को देने की तैयारी है।
पीएमश्री स्कूल का चयन
पीएमश्री स्कूल का चयन चार कमेटियों की सहमति मिलने के बाद मिलेगी। पहले कमेटी जिले स्तर पर, दूसरी कमेटी संभाग स्तर पर तीसरी कमेटी संचालनालय स्तर पर होगी। फिर संचालनालय स्तर पर बनी कमेटी, केंद्रीय शिक्षा विभाग स्तर पर बनी कमेटी को स्कूलों का नाम भेजेंगे। केंद्र की कमेटी स्कूलों का नाम फाइनल करेगी और फिर संबंधित स्कूलों के लिए फंड जारी होगा।
एससीईआरटी के संयुक्त संचालक योगेश शिवहरे ने कहा, नई शिक्षा नीति के तहत चरणवार सिलेबस को लागू किया जा रहा है। एनसीएफ से मिली गाइडलाइन को एससीएफ से स्वीकृति मिलने के बाद सिलेबस परिवर्तन किया जा रहा है। आगामी शिक्षा सत्र से इसे लागू किया जाएगा।
इस सन्दर्भ में समग्र शिक्षा के संचालक नरेंद्र दुग्गा ने बताया कि पीएम श्री योजना के तहत अधीनस्थों को जिले से स्कूलों का नाम भेजने के लिए निर्देश जारी किया गया था। पोर्टल ओपन कर दिया गया है, लेकिन अधीनस्थों को स्कूलों का नाम फाइनल करने से पहले वर्कशॉप आयोजित करके प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा स्कूल सिलेक्ट हो, इसलिए ये सब प्रयास किया जा रहा है।