पति और पत्नी के संबंध खराब होने से आती हैं मुश्किलें
पति और पत्नी के बीच जब संबंध मधुर नहीं रहते हैं तो कई प्रकार की मुश्किलें आती हैं. घर की सुख शांति का नाश हो जाता है. मानसिक तनाव के चलते निर्णय लेने में दिक्कत आती है. समय रहते इस स्थिति को न सुधारा जाए तो कलह और विवाद आरंभ हो जाता है. जो संबंधों में जहर घोलने का कार्य करते हैं. इसलिए ऐसी स्थिति को कभी न आने दें.
एक दूसरे को समझें
चाणक्य नीति कहती है कि पति और पत्नी जीवन रूपी रथ के दो पहिए हैं. पति और पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए सबसे जरुरी है कि एक दूसरों को भलिभांत से समझें. जबतक एक दूसरे को समझने की कोशिश नहीं करेंगे तब तक दांपत्य जीवन में मधुरता नहीं आ सकती है.
एक दूसरे की भावनाओं की इज्जत करें
पति और पत्नी के रिश्ते में एक दूसरे की भावनाओं की इज्जत करनी चाहिए. जब ऐसा नहीं होता है तो रिश्तों में खटास आना आरंभ हो जाता है, और यही प्रवृत्ति बाद में टकराव और विवाद का कारण बनती है.
दिखावा और झूठ से बचें
पति और पत्नी का रिश्ता पानी की तरह निर्मल और साफ होना चाहिए. इस रिश्ते में दिखावा और झूठ को न आने दें. पति-पत्नी के रिश्ते में इन चीजों का शामिल होना, अच्छा नहीं होता है. इससे संबंध में कमजोरी आती है और कलह के बीज अंकुरित होते हैं.
एक पति और पत्नी के बीच इस तरह का तालमेल होना चाहिए
* सबसे पहले तो इस बात को समझ ले कि आपको अब अकेले जिवन नही जीना है ये बहुत महत्वपुर्ण है क्योंकि इससे आपका मन अपनी चलाने की कम चाहेगा ।