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जंगल सफारी के बंधन में कैद दुर्लभ पैंगोलिन को रिहा करने जनहित याचिका दायर

locationरायपुरPublished: May 27, 2022 06:15:28 pm

Submitted by:

CG Desk

दुर्लभ जीव पैंगोलिन को रिहा करने हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है.

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रायपुर. छत्तीसगढ़ में एक जीवित वन्य प्राणी को बंधक बनाए जाने के मामले जनहित याचिका दायर की है. जानकारी के मुताबिक 25 अप्रैल 2022 को कुछ तस्कर संरक्षित जीव पैंगोलिन को उड़ीसा सीमा के बस्तर के उमरकोट-जगदलपुर मार्ग पर बेचने के लिए जा रहे थे. जिसे जब्त करके रायपुर लाकर जंगल सफारी में रखा गया था. इस मामले में रायपुर के वन्य प्रेमी नितिन सिंघवी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करके पैंगोलिन को रिहा करने की मांग की है. गौरतलब है कि नितिन सांघवी छत्तीसगढ़ के जाने माने वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट हैं. बरहाल समय अभाव के कारण मामले की सुनवाई सोमवार को होगी.

जनहित याचिका के संबंध में जानकारी देते हुए रायपुर निवासी याचिकाकर्ता नितिन सिंघवी ने बताया कि वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपनी स्टडी में कहा कि चींटी दीमक खाने की विशेष आदत के कारण और इनमे सामाजिक और प्रजनन की समझ नहीं होने के कारण पैंगोलिन को बंधक बनाकर नहीं रखा जा सकता. ऐसा करने से वह अपना जीवन नहीं जी पाते. सिंघवी ने आगे कहा कि इस तथ्य की जानकारी होने के बावजूद छत्तीसगढ़ के वन विभाग और जंगल सफारी प्रबंधन ने अनुसूची 1 के तहत संरक्षित और आई.सी.यू.एन. की रेड बुक में संकट ग्रस्त घोषित भारतीय पैंगोलिन को बंधक बनाकर रखा हुआ है और चींटी दीमक जुगाड़ करके इसे खिला रहे हैं.

बताया जा रहा है कि पैंगोलिन जब्त करने के बाद वन अधिकारी करपावद ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जगदलपुर को आवेदन देकर कहा था कि पैंगोलिन दुर्लभ प्रजाति का वन्य प्राणी है. इसे जंगल में छोड़ने पर ग्रामीण द्वारा हानि पहुंचाई जा सकती है. सुरक्षा की दृष्टि से जंगल सफारी नया रायपुर में रखना उचित होगा. न्यायिक मजिस्ट्रेट के आवेदन पर ही आदेशित किया गया की प्रकरण में जब्त वन्य जीव पैंगोलिन को जंगल सफारी नया रायपुर में विधि अनुसार रखे जाने की आदेशित किया जाता है, लेकिन वन परिक्षेत्र अधिकारी की तरफ से बिना वन मंडल अधिकारी जगदलपुर के आदेश के पैंगोलिन को जंगल सफारी में छोड़ दिया. आश्चर्य की बात यह है कि जंगल सफारी ने उसे डीएफओ जगदलपुर के पत्र के बिना रख लिया. सिंघवी ने कहा कि अगर ऐसा चलता रहा तो तस्करी के दौरान जब्त किए गए सभी जीव जंगल सफारी में पाए जाएंगे.

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