महादेव घाट में खान-पान सहित मनिहारी, खिलौनों, रेडिमेड गॉरमेंट्स, श्रृंगार सहित विभिन्न तरह की दुकानें अपनी साज सज्जा में लगी हुई हैं। वहीं कई तरह के झूले भी लगाए जा रहे हैं। इस मौके पर मेले में हजारों की संख्या में लोग न केवल खारुन नदी में डुबकी लगाकर भगवान हटकेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे बल्कि मेले का भरपूर लुत्फ भी उठाएंगे। हर साल की भांति इस बार भी मेले में आस्था का सैलाब उमड़ेगा।
जिला प्रशासन, नगर निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस कर्मियों के अलावा बचाव दल भी तैनात किया जाएगा। चूंकि खारुन नदी में लोग न केवल डुबकी लगाते है, बल्कि यहां नाव की सैर भी करते है। इसे देखते हुए यहां बचाव दल 24 घंटे मुस्तेद रहेगा। ऐसा माना जाता है कि छत्तीसगढ़ में फसल कटने के बाद उत्सवों का दौर शुरू होता है। कार्तिक पूर्णिमा से इन उत्सवों यानी मंडई की शुरुआत होती है। महादेव घाट रायपुर का प्रमुख धर्मस्थल है। यहां हटकेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है जो कल्चुरी शासनकाल में स्थापित किया गया और भी देवी देवताओं के अनेक मंदिर यहां हैंं।