पहले दिन 9 लाख 45 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है जबकि सरकार ने दो महीने की धान खरीदी के दौरान 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। ऐसे में आने वाले दिनों में खरीदी केन्द्रों में भीड़ और अव्यवस्था बढ़ेगी। पहले दिन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने रायपुर जिले के विकासखण्ड धरसींवा के ग्राम कुम्हारी में पूजा-अर्चना कर धान खरीदी का शुभारंभ किया। भगत ने कांटा-बाट में धान को तौला और किसानों को तिलक लगाकर उनका स्वागत किया।
बिलासपुर-सरगुजा संभाग में भी कई सेंटरों पर बोहनी भी नहीं
बिलासपुर, सरगुजा संभाग में धान खरीदी के कई सेंटरों में अव्यवस्था की स्थिति रही। बिलासपुर जिले में लगभग 900 किसानों ने 39 हजार क्विंटल धान बेचा, 126 खरीदी केंद्रों में खरीदी हुई। वहीं जांजगीर-चांपा और कोरिया जिले में अव्यवस्था के बीच खरीदी की शुरुआत हुई। कई केंद्रों में अधूरे इंतजामों के चलते खरीदी नहीं हो सकी। केवल टोकन काटा गया।
दुर्ग- दुर्ग संभांग के सभी जिलों ज्यादातर केंद्रों में खरीदी शुरू हो गई लेकिन कुछ ध में पहले दिन 1433 किसानों ने समर्थन मूल्य पर 63878 क्विंटल धान बेचा। सभी 87 सहकारी समितियों के 90 खरीदी केंद्रों का खाता भी खुल गया। राजनांदगांव जिले के 132 सहकारी समिति के माध्यम से 139 उपार्जन केंद्रों में 76436.80 क्विंटल धान की खरीदी हुई। धौराभाठा में तहसीलदार और उनकी टीम ने कोचिए से 186 बोरा अवैध धान पकड़ा।
धमतरी में सर्वर डाउन तो कांकेर में साफ्टवेयर की समस्या
धमतरी 89 सोसाइटियों में धान खरीदी शुरू हुई। पहले ही दिन किसान परेशान हुए। अधिकतर जगह सर्वर डाउन होने के कारण समस्या आई। कलेक्टर ने कोलियरी सोसाइटी पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं कांकेर में सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने के कारण दोपहर तक किसानों को ऑनलाइन टोकन नहीं जारी किया जा सका।